दिल्ली के इन सांसदों को भाजपा ने नहीं दिया था लोकसभा का टिकट, अब इनको लेकर लगाई जा रहीं ये अटकलें
भाजपा ने इस बार दिल्ली के अपने सात में से छह सांसदों के टिकट काट दिए हैं। अब इनके राजनीतिक भविष्य को लेकर कयास लगाए जा रहे हैं। टिकट से वंचित रह गए सांसदों में से गौतम गंभीर को छोड़कर अन्य सभी इंटरनेट मीडिया पर सक्रिय रहकर नरेन्द्र मोदी सरकार और भाजपा से संबंधित पोस्ट को आगे बढ़ा रहे हैं।
संतोष कुमार सिंह, नई दिल्ली। भाजपा ने इस बार दिल्ली के अपने सात में से छह सांसदों के टिकट काट दिए हैं। अब इनके राजनीतिक भविष्य को लेकर कयास लगाए जा रहे हैं। टिकट से वंचित रह गए सांसदों में से गौतम गंभीर को छोड़कर अन्य सभी इंटरनेट मीडिया पर सक्रिय रहकर नरेन्द्र मोदी सरकार और भाजपा से संबंधित पोस्ट को आगे बढ़ा रहे हैं।
कई पार्टी के कार्यक्रमों में भी शामिल हो रहे हैं। माना जा रहा है कि आने वाले समय में इन्हें संगठन में महत्वपूर्ण जिम्मेदारी मिल सकती है।
सांसद मनोज तिवारी को मिला टिकट
इस बार लोकसफभा चुनाव में सिर्फ उत्तर पूर्वी दिल्ली के सांसद मनोज तिवारी टिकट प्राप्त करने में सफल रहे हैं। दिल्ली के टिकट कटने के बाद भी छह में से पांच सांसद पार्टी के साथ खड़े हैं।
गौतम गंभीर ने राजनीति से लिया संन्यास
गंभीर ने टिकट की घोषणा से पहले ही राजनीति से संन्यास लेने की घोषणा कर दी थी। उसके बाद से वह राजनीतिक बयानबाजी से बच रहे हैं। न तो वह मोदी सरकार व पार्टी के पक्ष में कोई बयान देते हैं और न आम आदमी पार्टी के विरोध में। पूरी तरह से वह राजनीति से दूर हो गए हैं।
अन्य नेता भी भाजपा के कार्यक्रमों से जुड़ रहे
टिकट कटने के बाद पूर्व केंद्रीय मंत्री व चांदनी चौक के सांसद डॉ. हर्षवर्धन ने एक्स पर पोस्ट कर कृष्णानगर के अपने पुराने क्लिनिक में लौटने को लेकर पोस्ट किया था, जिसके आधार पर कुछ लोग उनके राजनीति छोड़ने की बात करने लगे थे।
पिछले कुछ दिनों से पार्टी के कार्यक्रमों व मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के विरुद्ध होने वाले प्रदर्शन में शामिल होकर उन्हें स्पष्ट कर दिया है कि उनकी राजनीतिक पारी अभी समाप्त नहीं हुई है। केंद्रीय राज्य मंत्री व नई दिल्ली की सांसद मीनाक्षी लेखी, दक्षिणी दिल्ली के सांसद रमेश बिधूड़ी और पश्चिमी दिल्ली के सांसद प्रवेश वर्मा भी सक्रिय हैं।
मिल सकती है संगठन में जिम्मेदारी
माना जा रहा है कि इन सांसदों को संगठन में महत्वपूर्ण जिम्मेदारी मिलेगी। प्रवेश वर्मा को राजस्थान का चुनाव सह प्रभारी बनाया गया है। चुनाव के बाद उन्हें दिल्ली में भी संगठन का दायित्व मिल सकता है।
हंसराज को लेकर ये हैं अटकलें
उत्तर पश्चिमी दिल्ली के सांसद हंसराज हंस की सक्रियता पहले भी बहुत अधिक नहीं थी। टिकट कटने के बाद वह अपने क्षेत्र व दिल्ली की राजनीति से संबंधित बयानबाजी या इंटरनेट मीडिया पर कोई पोस्ट शेयर नहीं कर रहे हैं, परंतु प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, गृह मंत्री अमित शाह व भाजपा के पोस्ट को आगे जरूर बढ़ा रहे हैं। चर्चा है कि वह पंजाब में किसी सीट से चुनाव मैदान में उतरने का प्रयास कर रहे हैं।