सोशल मीडिया पर एक्टिव हुई BJP, केजरीवाल सरकार से हर दिन पूछे जा रहे जनता से जुड़े सवाल
लोकसभा चुनाव में जनता को अपने साथ जोड़ने के लिए भाजपा ने सोशल मीडिया का बखूबी उपयोग किया था। इसके लिए प्रदेश से लेकर मंडल स्तर पर टीमें गठित की गई थीं।
नई दिल्ली, (संतोष कुमार सिंह)। लोकसभा चुनाव में सातों संसदीय सीटों पर जबरदस्त जीत मिलने से भाजपा उत्साहित है। अब उसकी नजर विधानसभा चुनाव पर है। यही वजह है कि रणनीति के तहत हर मोर्चे पर दिल्ली सरकार को घेरा जा रहा है। इसके लिए सोशल मीडिया को भी आक्रामक तरीके से इस्तेमाल किया जा रहा है।
सोशल मीडिया पर मांग रहे सरकार से जवाब
भाजपा नेता सोशल मीडिया पर भी दिल्ली सरकार से जवाब तलब कर रहे हैं। दिल्ली सरकार के अच्छे काम के दावों पर वह सवाल उठा रहे हैं। इसके साथ ही मुख्यमंत्री और उनके मंत्रियों द्वारा की जा रही घोषणाओं को लेकर भी उन्हें कठघरे में खड़ा कर रहे हैं। आने वाले दिनों में सोशल मीडिया पर उनके यह हमलावर तेवर और तेज होंगे।
हर स्तर पर टीमें कर रही काम
लोकसभा चुनाव में जनता को अपने साथ जोड़ने के लिए भाजपा ने सोशल मीडिया का बखूबी उपयोग किया था। इसके लिए प्रदेश से लेकर मंडल स्तर पर टीमें गठित की गई थीं। इसके साथ ही प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी व भाजपा के पक्ष में सोशल मीडिया के विभिन्न मंचों पर पोस्ट करने वाले आम नागरिकों को भी साथ में जोड़कर अभियान चलाया गया था।
अब दिल्ली विधानसभा चुनाव में
अब कुछ इसी तरह का फार्मूला दिल्ली विधानसभा चुनाव में भी अपनाया जा रहा है। यही कारण है कि भाजपा नेता सोशल मीडिया पर आक्रामक रूप से दिल्ली सरकार को घेरने में लग गए हैं। दिल्ली प्रदेश भाजपा प्रवक्ता हरीश
खुराना अरविंद केजरीवाल सरकार पर दिल्ली की शिक्षा व्यवस्था को लेकर झूठी वाहवाही लूटने का आरोप लगा रहे हैं। वह ट्वीट करके उपमुख्यमंत्री व शिक्षा मंत्री मनीष सिसोदिया से रोजाना सवाल पूछ रहे हैं। वह 14 ट्वीट करके उनसे जवाब मांग चुके हैं।
बजट खर्च करने पर मची रही रार
हरीश खुराना का कहना है कि सरकार दावा करती है कि वह कुल बजट का 26 फीसद शिक्षा पर खर्च कर रही है, लेकिन हकीकत यह है कि आवंटित बजट का 25 फीसद भी खर्च नहीं हो रहा है। सरकारी स्कूलों के परीक्षा परिणाम खराब हो रहे हैं। नौवीं व दसवीं कक्षा में असफल होने वाले एक लाख से ज्यादा छात्रों को स्कूलों से निकाल दिया गया है। 785 स्कूलों में प्रिंसिपल नहीं हैं।
स्कूल की संख्या पर भाजपा ने उठाया सवाल
पांच सौ स्कूल बनाने का दावा किया गया था जो पूरा नहीं किया गया। सरकार स्कूलों के बुनियादी ढांचे और शिक्षा की गुणवत्ता पर ध्यान नहीं दे रही है। यही कारण है कि सरकारी स्कूलों से छात्र नाम कटवा रहे हैं। इन तथ्यों को लेकर उपमुख्यमंत्री से सवाल पूछे गए हैं, लेकिन वह जवाब नहीं दे रहे हैं।
भाजपा का पक्ष
'आम आदमी पार्टी ने झूठे वादे करके दिल्ली के लोगों का समर्थन हासिल किया है। लगभग साढ़े चार वर्षों में सरकार ने कोई काम नहीं किया और अब झूठे दावे करके जनता को गुमराह कर रही है। जनता को सच्चाई मालूम होनी चाहिए, इसलिए शिक्षा, बिजली, पानी, अनधिकृत कॉलोनी, स्वास्थ्य, रोजगार आदि को लेकर 50 प्रश्न तैयार किए गए हैं। रोजाना दिल्ली सरकार के मंत्रियों से एक-एक प्रश्न पूछे जाएंगे। यदि वह जवाब नहीं देंगे तो भाजपा पूरे तथ्यों के साथ सच्चाई जनता के सामने रखेगी।'
हरीश खुराना, दिल्ली प्रदेश भाजपा के प्रवक्ता
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