मायापुरी हिंसा केजरीवाल सरकार की विफलता का परिणाम : हरदीप सिंह पुरी
भाजपा ने मायापुरी में सीलिंग के दौरान हुई हिंसा के लिए दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल को जिम्मेदार ठहराया है।
नई दिल्ली, जेएनएन। केंद्रीय आवास एवं शहरी विकास राज्यमंत्री हरदीप सिंह पुरी ने कहा है कि मायापुरी में हुई हिंसा दिल्ली सरकार की विफलता का परिणाम है। एनजीटी के आदेश के बावजूद दिल्ली सरकार ने कबाड़ कारोबारियों को स्थानांतरित करने में निष्क्रियता दिखाई। इसके बाद एनजीटी को सीलिंग के आदेश देने पड़े।
पुरी ने कहा अरविंद केजरीवाल ने यदि पुनर्वास योजना के तहत कबाड़ कारोबारियों को दूसरी जगह बसा दिया होता तो हिंसा नहीं होती। इसलिए इस घटना के लिए केजरीवाल जिम्मेदार हैं। उन्होंने सीलिंग के लिए केंद्र को जिम्मेदार ठहराने के लिए केजरीवाल को आड़े हाथ लिया और कहा कि मुख्यमंत्री सफेद झूठ बोल रहे हैं। बता दें कि केजरीवाल ने शनिवार को केंद्र और भाजपा पर सीलिंग करवाने और व्यापारियों की पिटाई करवाने का गंभीर आरोप लगाया था।
उधर, मायापुरी में सीलिंग के दौरान झड़प के लिए दक्षिणी निगम ने दिल्ली सरकार को जिम्मेदार ठहराया है। महापौर नरेंद्र चावला ने कहा कि मायापुरी में सीलिंग के दौरान बिगड़ी कानून व्यवस्था दुर्भाग्यपूर्ण है। दिल्ली सरकार के इशारे पर जिलाधिकारी ने सीलिंग की कार्रवाई के निर्देश दिए। लोगों को 48 घंटे का नोटिस नहीं दिया गया।
वहीं, भाजपा ने मायापुरी में सीलिंग के दौरान हुई हिंसा के लिए दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल को जिम्मेदार ठहराया है। दिल्ली प्रदेश भाजपा अध्यक्ष मनोज तिवारी ने कहा कि राज्य सरकार मायापुरी में सीलिंग करके व्यापारियों को प्रताड़ित करने और उन्हें सड़क पर लाने की कोशिश कर रही है। उन्होंने आरोप लगाया कि हिंसा के पीछे भी दिल्ली सरकार का हाथ है।
मनोज तिवारी ने कहा कि केजरीवाल भाजपा को बदनाम करने के लिए अपने अधिकारियों की मदद से साजिश कर रहे हैं। उन्होंने चुनाव आयोग को पत्र लिखकर सीलिंग अभियान को तुरंत रोकने की मांग की है। उनका कहना है कि सीलिंग आदर्श चुनाव आचार संहिता का उल्लंघन है। इसलिए आयोग को बिना देर किए कार्रवाई करनी चाहिए। उन्होंने कहा कि भाजपा व्यापारियों के साथ खड़ी है।
मनोज तिवारी ने कहा कि मुख्यमंत्री ने एसडीएम को मायापुरी में सीलिंग का आदेश दिया है। त्योहार के दिन यह कार्रवाई बड़ी साजिश की ओर इशारा करती है। उन्होंने कहा कि लोकसभा चुनाव में अपनी निश्चित हार को देखते हुए केजरीवाल व उनके साथी बौखला गए हैं। चुनावी लाभ और भाजपा को बदनाम करने के लिए व्यापारियों को निशाना बनाया गया है।
भाजपा प्रदेश अध्यक्ष ने कहा कि केजरीवाल को न तो पहले व्यापारियों की चिंता थी और न ही अब है। इस घटना से केजरीवाल सरकार की पोल खुल गई है। उन्होंने कहा कि सीलिंग कराने में केजरीवाल सरकार के साथ ही कांग्रेस भी शामिल है, क्योंकि चुनाव में दोनों ही दल एक दूसरे के साथ खड़े हैं। भाजपा सीलिंग रोकने के लिये सुप्रीम कोर्ट तक का दरवाजा खटखटा चुकी है।
यह सीलिंग दिल्ली सरकार के प्रदूषण विभाग के आदेश पर की गई है। दिल्ली सरकार के राजस्व सचिव ने सीलिंग करने के लिए दवाब डाला, जो सीधे तौर पर मुख्यमंत्री के निर्देश पर काम करते हैं। आम आदमी पार्टी सीलिंग करके दिल्ली के व्यापारियों की रोजी रोटी छीनकर उन्हें उजाड़ने का काम कर रही है।