मजदूरों के पलायन पर शुरू हुई राजनीति, भाजपा ने कांग्रेस और आप पर साधा निशाना
भाजपा ने कांग्रेस और आम आदमी पार्टी पर मजदूरों के पलायन को लेकर निशाना साधा है। सरकार पर इनकी मदद नहीं करने का आरोप लगाया है।
नई दिल्ली, राज्य ब्यूरो। लॉकडाउन के कारण मजदूरों का एक बड़ा वर्ग पलायन को मजबूर है। इसको लेकर भाजपा ने कांग्रेस और आम आदमी पार्टी पर निशाना साधा है। भाजपा ने आम आदमी पार्टी पर सियासत करने का आरोप लगाया है।
सरकार पर बेरुखी का आरोप
भाजपा प्रदेश कार्यालय में दिल्ली श्रम कल्याण बोर्ड के पूर्व अध्यक्ष सुखवीर शर्मा ने भाजपा नेताओं के साथ प्रेस वार्ता को संबोधित किया। उन्होंने कहा कि कांग्रेस व आम आदमी पार्टी (आप) कामगारों के पलायन पर सियासत कर रही है। दिल्ली में चुनाव में भाग लेने वालों को बाहरी नहीं कहा जा सकता है, लेकिन राज्य सरकार इन्हें दिल्लीवासी नहीं मान रही है। सरकार की बेरुखी से यहां के विकास में अहम योगदान देने वाले आज दिल्ली छोड़ने को मजबूर हो रहे हैं।
पांच-पांच हजार रुपये डालते तो कोई नहीं जाता बाहर
शर्मा ने कहा कि यदि श्रमिकों के बैंक खाते में पांच-पांच हजार रुपये डाल दिए जाते तो वे जाने को मजबूर न होते। प्रदेश भाजपा उपाध्यक्ष राजीव बब्बर ने कहा कि केंद्र सरकार ने दिल्ली के लिए 768 करोड़ रुपये का राशन उपलब्ध कराया, लेकिन दिल्ली सरकार ने इसे गरीबों तक नहीं पहुंचने दिया। इस अवसर पर भाजपा पूर्वांचल मोर्चा के प्रदेश अध्यक्ष मनीष सिंह, प्रदेश मीडिया प्रभारी अशोक गोयल देवराहा, कार्यालय मंत्री गिरीश सचदेवा भी मौजूद थे।
केंद्र की ओर से आवंटित राशन गरीबों को नहीं दे रही दिल्ली सरकार
भाजपा ने जरूरतमंदों को भोजन व राशन वितरण तथा अस्पतालों की व्यवस्था को लेकर दिल्ली सरकार को कठघरे में खड़ा किया है। इसके साथ ही भाजपा नेताओं ने राजधानी में लोगों को मुफ्त बस सेवा उपलब्ध कराने की मांग की है। उन्होंने कहा कि दिल्ली सरकार की नई गाइडलाइंस के अनुसार ई-रिक्शा या ऑटो में सिर्फ एक सवारी सफर कर सकता है।
सरकार छिपा रही कमी
दक्षिणी दिल्ली के सांसद रमेश बिधूड़ी ने इसे लेकर ट्वीट भी किया है। दिल्ली प्रदेश भाजपा अध्यक्ष मनोज तिवारी ने कहा कि सांसदों ने आठ अप्रैल को वीडियो कान्फ्रेंसिंग में मुख्यमंत्री से सरकार द्वारा चलाए जा रहे पांच सौ रसोई घरों की जानकारी मांगी थी। सरकार आजतक इसके बारे में जानकारी नहीं दी जिससे स्पष्ट है कि सरकार अपनी कमी छिपा रही है। काफी संख्या में जरूरतमंदों को भोजन नहीं मिल रहा है। गरीबों को राशन भी नहीं मिल रहा जिससे मजबूर होकर वह अपने घर लौट रहे हैं। उन्होंने कहा कि अस्पताल में कोरोना संक्रमितों को बिस्तर नहीं मिल रहे हैं।