Delhi News: दिल्ली में पुताई करते वक्त तीसरी मंजिल से गिर कर मजदूर की मौत
Delhi News पुलिस ने मृतक के साथी उज्ज्वल कुमार की शिकायत पर आरोपित मकान मालिक योगेश दुआ के खिलाफ लापरवाही बरतने का मुकदमा दर्ज कर उसे गिरफ्तार कर करने के बाद जमानत पर छोड़ दिया गया ।
नई दिल्ली [आशीष गुप्ता]। विवेक विहार इलाके में मकान की पुताई करते वक्त मकान के तीसरे फ्लोर से नीचे गिर कर एक मजदूर की मौत हो गई। मृतक ओमप्रकाश के साथी का आरोप है कि मकान मालिक की लापरवाही की वजह से हादसा हुआ है। शव पोस्टमार्टम के बाद स्वजन को सौंप दिया गया है। पुलिस ने मृतक के साथी उज्ज्वल कुमार की शिकायत पर आरोपित मकान मालिक योगेश दुआ के खिलाफ लापरवाही बरतने का मुकदमा दर्ज कर उसे गिरफ्तार कर करने के बाद जमानत पर छोड़ दिया गया।
विवेक विहार इलाके में चल रहा था काम
ओमप्रकाश मूल रूप से बिहार के सहरसा जिले के अंतर्गत थाना बसनई गांव बरेठ के रहते वाले थे। वह दिल्ली में बड़े भाई संजय व अन्य साथियों के साथ शाहदरा इलाके के मुकेश नगर में किराये पर रहते थे। घरों में पुताई करने का काम करते थे। वह बुधवार को विवेक विहार फेज-एक में योगेश दुआ के तीन मंजिला मकान में बाहर की तरफ अपने साथी उज्ज्वल कुमार और रामचंद्र के साथ पुताई का काम कर रहे थे।
संतुलन बिगड़ने के कारण हुआ हादसा
उज्जवल रस्सी के झूले पर बैठ कर तीसरे तल की बालकनी में पुताई कर रहे थे। उसी रस्सी को पकड़ कर ओमप्रकाश और रामचंद्र लकड़ी की सीढ़ी के सहारे काम कर रहे थे। दिन में करीब साढ़े चार बजे अचानक ओमप्रकाश और रामचंद्र का संतुलन बिगड़ गया। ओमप्रकाश सड़क पर और उज्ज्वल बालकनी में गिर गए। रामचंद्र ने किसी तरह खुद को दोबारा रस्सी पकड़ कर संभाल लिया। चीख सुन कर मकान मालिक योगेश भी बाहर आ गया। नीचे जाकर देखा तो ओम प्रकाश अचेत पड़े थे। उन्हें आनंद विहार के एक निजी अस्पताल लेकर गए, जहां डाक्टरों ने मृत घोषित कर दिया।
मांगी थी लकड़ी का पैड
उज्ज्वल ने पुलिस को दिए बयान में बताया कि उन्होंने सुरक्षित तरीके से पुताई के लिए मकान मालिक योगेश दुआ से लकड़ी का पैड लगवाने की गुजारिश की थी, लेकिन उसने उनकी बात अनसुनी कर दी। यह कह दिया कि रस्सी का झूला बनाकर पुताई कर लो। उज्ज्वल कुमार का आरोप है कि मकान मालिक की लापरवाही की वजह से उनके साथी की मौत हुई है।
गांव में स्वजन का रो-रो कर बुरा हाल
मृतक के ताऊ के बेटे आलोक ने बताया कि ओमप्रकाश के परिवार में पत्नी पिंकी देवी, दो बेटियां, एक बेटा, माता-पिता और तीन भाई हैं। सभी गांव में संयुक्त रूप से रहते हैं। हादसे की सूचना से स्वजन का रो-रो कर बुरा हाल है। उन्होंने बताया कि ओमप्रकाश महीने में जो कमाते थे, उसका बड़ा हिस्सा घर भेजते थे। उनका बड़ा भाई संजय भी दिल्ली में पुताई का काम करता है। दो छोटे भाई गांव में खेती करते हैं।