यूपी के सोनभद्र से PM Modi को न्योता देने दिल्ली पहुंचे भिखारी बाबा
उत्तर प्रदेश के सोनभद्र जिले के रहने वाले भिखारी बाबा ने बताया कि इसमें उत्तर प्रदेश के साथ ही मध्य प्रदेश छत्तीसगढ़ बिहार व झारखंड की 1001 गरीब व आदिवासी कन्याओं का विवाह समाज के सहयोग से कराया जाएगा।
नई दिल्ली [नेमिष हेमंत]। उत्तर प्रदेश के सुदूर जिले सोनभद्र से सैकड़ों किलोमीटर की यात्रा कर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को सामूहिक विवाह में शामिल होने का न्योता देने भिखारी बाबा दिल्ली पहुंचे हैं। सामूहिक विवाह का यह कार्यक्रम सात जुलाई को सोनभद्र जिले के रामगढ़ नामक स्थान पर आयोजित होगा। भिखारी बाबा ने बताया कि इसमें उत्तर प्रदेश के साथ ही मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़, बिहार व झारखंड की 1001 गरीब व आदिवासी कन्याओं का विवाह समाज के सहयोग से कराया जाएगा।
रविवार रात ट्रेन के माध्यम से दिल्ली पहुंचने के साथ 27 बाबाओं का दल रामलीला मैदान स्थित हनुमान वाटिका से पैदल ही प्रधानमंत्री कार्यालय (पीएमओ) की ओर निकला, लेकिन मिंटो ब्रिज के नजदीक दिल्ली पुलिस के जवानों ने उन्हें रोक दिया और न्योता लेकर कुछ साधु-संतों के प्रतिनिधिमंडल को पीएमओ ले गए। वहां अधिकारियों ने उनका न्योता ले लिया है। इसके बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के दिल्ली से बाहर होने का हवाला देते हुए उनसे मिलाने पर बेबसी जाहिर की। इस पर भिखारी बाबा ने कहा कि गरीब कन्याओं की इच्छा है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी विवाह कार्यक्रम में शिरकत करके उन्हें आशीर्वाद दें। उन्हीं की अरज लेकर यहां पहुंचे हैं। भिखारी बाबा वर्ष 1982 से समाज के सहयोग से अब तक तीन हजार से अधिक निर्धन कन्याओं का विवाह करा चुके हैं।
बता दें कि भिखारी बाबा ने सोनभद्र जिले में अपना आशियाना रामगढ़ में बनाया है। उन्होंने वर्ष 2005 में यहां की गरीबी से द्रवित होकर निर्धन कन्याओं के विवाह का संकल्प लिया था। इसके साथ ही अभियान शुरू हो गया। 18 अप्रैल 2005 को 21 कन्याओं के विवाह के साथ हुई शुरूआत आज बड़ा रूप ले चुका है। आश्रम में ही 2006 में बाबा ने लोगों के सहयोग से 151 निर्धन कन्याओं का विवाह कराया। लोगों का साथ मिलता गया और कारवां बढ़ता जा रहा है।
वर्ष 2010 में रामगढ़ 101 तथा 2011 में अनपरा में 101 कन्याओं का विवाह कराया। इस वर्ष फरवरी माह में शिवद्वार में 101 निर्धन कन्याओं का विवाह कराया। इसके अलावा मई में रामगढ़ आश्रम में तीन कन्याओं तथा इसके बाद नौगढ़ में 11 कन्याओं की शादी कराई। इसके अलावा वर्ष 2009 से रामगढ़ आश्रम पर अखंड हरिकीर्तन भी चल रहा है। लगातार निर्धन कन्याओं की शादी कराने से बाबा न सिर्फ सोनांचल, बल्कि जनपद में काफी प्रिय हो गए हैं। खुद तो नंगे पैर और गेरुआ वस्त्र पहन कर चलते हैं लेकिन भीख मांग कर निर्धन कन्याओं का विवाह भव्य तरीके से कराते हैं। दहेज रहित विवाह करा कर बाबा समाज में नई परंपरा भी कायम कर रहे हैं। यही कारण है कि भिखारी बाबा के पक्ष में आज तमाम लोग आ गए हैं।