दिल्ली में फिर दरिंदगी : भाई को बचाने पहुंची बहन से 3 युवकों ने किया सामूहिक दुष्कर्म
दक्षिण दिल्ली के फतेहपुरबेरी थाना क्षेत्र के आया नगर इलाके में घर के बाहर कार खड़ी कर शराब पी रहे युवकों को टोकना भाई-बहन को भारी पड़ गया। युवकों ने पहले तो भाई की पिटाई की और उसे बचाने पहुंची बहन के कपड़े फाड़कर उत्पीड़न किया।
नई दिल्ली [गौरव बाजपेई]। निर्भया के दोषियों को फांसी देने के एक साल पूरा होने पर दिल्ली में दरिंदगी की खबर आई। दक्षिण दिल्ली के फतेहपुरबेरी थाना क्षेत्र के आया नगर इलाके में घर के बाहर कार खड़ी कर शराब पी रहे युवकों को टोकना भाई-बहन को भारी पड़ गया। युवकों ने पहले तो भाई की पिटाई की और उसे बचाने पहुंची बहन के कपड़े फाड़कर उत्पीड़न किया। पीड़िता की शिकायत के बाद पुलिस ने 24 घंटे के अंदर तीनों आरोपितों को गिरफ्तार कर लिया है। आरोपितों से एक महिंद्रा स्कार्पियो कार बरामद हुई है। आरोपितों ने युवती से दुष्कर्म करने के बाद एक ट्रक ड्राइवर को भी लूट लिया।
दिल्ली पुलिस से मिली जानकारी के मुताबिक, आरोपितों की पहचान आया नगर निवासी योगेश (26), नवीन लोमहड़ (25) और बलजीत उर्फ मोनू (30) के रूप में हुई है। बता दें कि यह वारदात 18 मार्च की है, लेकिन इसका खुलासा शनिवार को हुआ। बता दें कि एक साल पहले 20 मार्च, 2020 को निर्भया के चारों दोषियों पवन, मुकेश, अक्षय और विनय को फांसी पर लटका दिया गया था।
दक्षिणी दिल्ली जिले के पुलिस उपायुक्त अतुल कुमार ठाकुर ने बताया कि पीड़िता अपने परिवार के साथ आया नगर इलाके में रहती है। 18 मार्च की देर रात घर के बाहर अपने भाई की आवाज सुनकर वह बाहर आई तो देखा कि एक एसयूवी में बैठे तीन युवक उसके भाई से झगड़ा कर रहे थे। वह अपने भाई को बचाने पहुंची तो आरोपितों ने उससे बदसुलूकी शुरू कर दी। आरोपितों ने पीड़िता को जबरन गाड़ी में खींच लिया और उससे सामूहिक दुष्कर्म किया। इसके बाद बदमाश भाई-बहन को जान से मारने की धमकी देकर फरार हो गए। पीड़िता की पीसीआर काल पर मौके पर पहुंची पुलिस टीम ने उसका मेडिकल कराने के बाद मामला दर्ज कर लिया।
ऐसे पकड़े गए बदमाश
फतेहपुरबेरी थाने के एसएचओ इंस्पेक्टर कुलदीप सिंह के नेतृत्व में एसआई मंजीत, सतेन्द्र गुलिया, लक्ष्मण, एएसआई अश्विनी दीक्षित, महिला एसआई नितेश, हेडकांस्टेबल नरेश, कांस्टेबल धरमवीर, विजेंद्र, रामचंद्र, उमेश, महावीर, कृष्ण, जयवीर आदि की टीम बनाई गई। पुलिस टीम बदमाशों के बारे में जानकारी जुटा ही रही थी तभी लूट की पीसीआर कॉल मिली। इस मामले में भी गाड़ी नंबर और आरोपितों की संख्या समान थी। पुलिस टीम ने दोनों मामलों की जांच एक साथ शुरू की। सीसीटीवी फुटेज से आरोपित की गाड़ी का नम्बर मिला। इस आधार पर पुलिस ने तीनों आरोपितों को दबोच लिया। आरोपितों ने बताया कि वे पार्टी के लिए घर से निकले थे और शराब पीकर जा रहे थे। तभी युवती के भाई ने उनसे झगड़ा शुरू कर दिया। इसके बाद उन्होंने वारदात की। डीसीपी ने बताया कि आरोपित सामूहिक दुष्कर्म के बाद आया नगर जी ब्लाक पहुंचे थे। वहां ट्रक से ईंट उतार रहे कुछ मजदूरों आरोपितों ने 30 हजार रुपये, पर्स और उनके दस्तावेज लूट लिए। दोनों मामलों में गाड़ी का नंबर एक ही था इसलिए पुलिस ने दोनों मामलाें को एक साथ जोड़कर जांच शुरू की और कुछ ही घंटों में आराेपितों को दबोच लिया।