दिल्ली एयरपोर्ट बना देश का सबसे ऊंचा एटीसी टावर, जानें इसकी खासियत
एटीसी टावर में विश्व की सबसे बेहतर तकनीक स्थापित की गई। नई तकनीकी के प्रयोग से पहले से ज्यादा दक्षता से हवाई यातायात का संचालन होगा।
नई दिल्ली, जेएनएन। Delhi airport: इंदिरा गांधी अंतरराष्ट्रीय एयरपोर्ट (आइजीआइ) पर नवनिर्मित एयर ट्रैफिक कंट्रोल (एटीसी) टावर का सोमवार को केंद्रीय नागरिक उड्डयन राज्यमंत्री हरदीप सिंह पुरी ने औपचारिक उद्घाटन किया। इस मौके पर उन्होंने कहा कि इस एटीसी टावर में विश्व की सबसे बेहतर तकनीक स्थापित की गई। नई तकनीकी के प्रयोग से पहले से ज्यादा दक्षता से हवाई यातायात का संचालन होगा।
पहले से ज्यादा सुरक्षित होगा हवाई सफर
इसका संचालन करने वाले हवाई नियंत्रक भी विशेष तौर से प्रशिक्षित हैं। इन दोनों के मेल से हवाई यातायात पहले से ज्यादा सुरक्षित होगा। आने वाले समय में नागरिक उड्डयन क्षेत्र देश की अर्थव्यवस्था को अभूतपूर्व ऊंचाई तक ले जाएगा।
एटीसी के नए टावर परिसर में तीन मुख्य इमारतें
एयरपोर्ट अथॉरिटी ऑफ इंडिया (एएआइ) के चेयरमैन अनुज अग्रवाल ने कहा कि एटीसी के नए टावर परिसर में प्रमुख रूप से तीन इमारतें शामिल हैं। इनमें एयरोड्रम कंट्रोल टॉवर, एरिया और एप्रोच कंट्रोल सर्विसेज बिल्डिंग प्रमुख हैं।
250 करोड़ की लागत से बना
इसके निर्माण पर 250 करोड़ रुपये की लागत आई है, जबकि उपकरण लगाए जाने पर 100 करोड़ खर्च किए गए हैं। नए एटीसी टावर और उन्नत तकनीक से आइजीआइ एयरपोर्ट पर हवाई यातायात संचालन की सुरक्षा और क्षमता में काफी इजाफा हुआ है। यहां आधुनिक एयर नेवीगेशन सिस्टम और उन्नत एटीसी स्वचालन प्रणाली लगाई गई है।
देश में सबसे ऊंचा एटीसी
नवनिर्मित एटीसी टॉवर देश में सबसे ऊंचा और दुनिया में सबसे ऊंचे टावरों में से एक है। यहां से हवाई यातायात नियंत्रक एयरपोर्ट के रनवे, टैक्सी-वे और पार्किंग स्टैंड सहित तमाम परिचालन क्षेत्र पर हो रही गतिविधियां देख सकेंगे। इससे वे त्वरित निर्णय लेने के साथ ही दुर्घटनाओं को समय रहते रोक सकेंगे।नागरिक उड्डयन मंत्रलय के सचिव प्रदीप सिंह खारोला ने कहा कि नया एटीसी टावर हवाई यातायात की सुरक्षा को पुख्ता करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा।
21 कंट्रोलन संभालेंगे कमान
वहां लगाए गए नए एयर नेवीगेशन सर्विसेज सेटअप और आधुनिक उपकरण वायु यातायात प्रबंधन सेवाओं की दक्षता में खासा इजाफा करेंगे। सबसे ऊपरी हिस्से में बने विजुअल टावर में 21 एटीसी कंट्रोलर के बैठने की, जबकि इसके निचले तल पर स्थित कंट्रोल रूम में विमान का संचालन करने वाले 12 ग्राउंड कंट्रोलर के बैठने की क्षमता है।
और होगा एयरपोर्ट का विस्तार
आने वाले समय में आइजीआइ एयरपोर्ट पर बड़ा विस्तार होगा, जिसमें चौथा रनवे और कई नए पार्किंग स्टैंड व टैक्सी-वे शामिल हैं। इससे इन पर नियंत्रण रखा जा सकेगा। वहीं, एयरलाइंस को उड़ान का स्लॉट देने में आसानी होगी। कार्यक्रम में डीजीसीए अरुण कुमार, जीएमआर के एयरपोर्ट चेयरमैन जीबीएस राजू, योजना सदस्य एके पाठक व अथॉरिटी के एएनएस सदस्य विनीत गुलाटी आदि मौजूद थे।