करेंसी से फैलने वाली बीमारियों का आकलन करें: प्रवीण खंडेलवाल
नोट लोगों के स्वास्थ्य के लिए सबसे ज्यादा नुकसानदायक है और संचार रोगों को फैलाने के आसान वाहक हैं और इस दृष्टि से इस मुद्दे की उचित जांच की अधिक आवश्यकता है।
नई दिल्ली, जागरण संवाददाता। कोरोना वायरस और अन्य संक्रामक रोगों के फैलने के गंभीर खतरे के मद्देनजर कन्फेडरेशन ऑफ आल इंडिया ट्रेडर्स (कैट) ने महामंत्री प्रवीण खंडेलवाल ने करेंसी नोट से फैलने वाले संक्रमण की सभी संभावानाओं की जांच की मांग की है। इस संबंध में खंडेलवाल ने बताया कि कि उन्होंने वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण, केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री डॉ हर्षवर्धन को पत्र लिखा है। इसमें उनसे आग्रह किया कि वे करेंसी नोटों से फैलने वाली बीमारियों की संभावनाओं का आकलन करें।
नोट लोगों के स्वास्थ्य के लिए सबसे ज्यादा नुकसानदायक है और संचार रोगों को फैलाने के आसान वाहक हैं और इस दृष्टि से इस मुद्दे की उचित जांच की अधिक आवश्यकता है।
उन्होंने कहा कि सरकार को नकद भुगतान के वैकल्पिक साधनों को बढ़ावा देने के लिए एक व्यापक नीति भी लानी चाहिए। इसके प्रोत्साहन के लिए लोगों को यह व्यवस्था अपनाने में करो में छूट देने का भी प्रावधान किया जाना चाहिए।
कैट ने कहा कि कोरोना वायरस संक्रामक रोग है, जो इस तरह के वायरस से संक्रमित किसी भी व्यक्ति के निकट संपर्क से फैल सकता है। भले ही सावधानी बरती जाए, फिर भी नकदी के उपयोग से बचा नहीं जा सकता है और इस तरह यह किसी भी वायरस को फैलाने के लिए सबसे आसान कारण बन जाता है। इसलिए करेंसी नोटों के जरिये किसी भी वायरस के प्रसार की जांच के लिए तत्काल कदम उठाए जाने चाहिए।