3 करोड़ का सोना लूट की फिराक में था 50000 का इनामी असलम, एनकाउंटर में ढेर
असलम और रमजानी के गैंग पर मुजफ्फरनगर और सहारनपुर पुलिस की पैनी नजर थी।
नोएडा (ललित विजय)। ग्रेटर नोएडा के दादरी पुलिस के साथ मुठभेड़ में मारा गया 65 हजार का इनामी बदमाश असलम यमुना एक्सप्रेस-वे पर तीन करोड़ का सोना लूट की फिराक में था। इसी वारदात को अंजाम देने की साजिश रचने के लिए वह पिछले कुछ दिनों से ग्रेटर नोएडा और दादरी आ रहा था। इसकी भनक दादरी के लुटेरों को लग गई। उन्होंने ही मुखबिरी कर पहले अलीगढ़ में रमजानी का एनकाउंटर कराया। फिर शनिवार को दादरी में असलम पुलिस मुठभेड़ में मारा गया।
दिल्ली से मथुरा जाना था सोना
यहां पर बता दें कि यमुना एक्सप्रेस वे बनने के बाद दिल्ली से मथुरा के बीच सोने की तस्करी बढ़ी है। तस्करी का सोना यमुना एक्सप्रेस वे के माध्यम से मथुरा पहुंचाया जा रहा है। असलम के एक साथी ने दिल्ली से मथुरा सोने लेकर जाने वाले व्यापारी की जानकारी उसे दी थी।
असलम को यह भी बताया गया था कि 15 दिसंबर के आस-पास व्यापारी तीन करोड़ का सोना लेकर यमुना एक्सप्रेस वे के रास्ते दिल्ली से मथुरा जाएगा। इसी व्यापारी से लूट करने की साजिश रचने में असलम लगा था। वह लूट के बाद दादरी में छुपने के प्लान पर काम कर रहा था। इसी कारण पिछले दिनों कुछ से दादरी में उसकी गतिविधि बढ़ गई थी।
मोबाइल का नहीं करता था इस्तेमाल
शामली के बुंटा गांव का रहने वाला असलम साथी रमजानी व अन्य के साथ मिलकर लगातार मुजफ्फरनगर, सहारनपुर और उत्तराखंड में डकैती और लूट कर रहा था। इसी कारण सितंबर में दोनों पर पचास हजार का इनाम घोषित किया गया था। दोनों मोबाइल का इस्तेमाल नहीं करते थे। इसी कारण पुलिस दोनों को पकड़ नहीं पा रही थी। असलम और रमजानी को पता था कि मोबाइल का इस्तेमाल करते ही पुलिस उन्हें सर्विलांस से पकड़ लेगी।
दिल्ली-एनसीआर में बढ़ाना चाहता था पैठ
असलम और रमजानी के गैंग पर मुजफ्फरनगर और सहारनपुर पुलिस की पैनी नजर थी। साथ ही उत्तराखंड पुलिस ने भी शिकंजा कसना प्रारंभ कर दिया था। इसी कारण दोनों दिल्ली-एनसीआर में पैठ बढ़ाना चाहते थे। जिसके लिए ग्रेटर नोएडा उन्हें मुफीद जगह लगी। लेकिन, यही बात दादरी के बदमाशों को खटक गई। उन्होंने असलम के लोकेशन की मुखबिरी कर दी।
वहीं, एसएसपी लव कुमार का कहना है कि असलम अपने गैंग के साथ ग्रेटर नोएडा में लूट की बड़ी वारदात को अंजाम देने की फिराक में था। जिसकी जानकारी दादरी पुलिस को मिल गई थी। इसी कारण पुलिस असलम की गतिविधियों पर नजर रख रही थी। इसी बीच उसके 65 हजार के इनामी होने की जानकारी मिली। पुलिस दादरी में उसकी गतिविधियों की जानकारी करने के लिए पूछताछ करना चाह रही थी। उसे पकड़ने के लिए रोकने का प्रयास हुआ लेकिन, उसने फायरिंग कर दी। जिसके बाद पुलिस को भी गोली चलानी पड़ी। जिसमें असलम ढेर हो गया।