दिल्ली फार्म हाउस फायरिंग : अर्चना गुप्ता की बेटी को पुलिस बना सकती है चश्मदीद गवाह
फार्म हाउस पर पहुंची पुलिस से रेणू सिंह ने बदसलूकी भी की। पुलिसकर्मियों ने बड़ी मुश्किल से उस पर काबू पाया। इस मामले में एफआइआर में अर्चना की बेटी का नाम है जो गवाह बन सकती है।
नई दिल्ली, जेएनएन। हर्ष फायरिंग मामले में पुलिस अर्चना गुप्ता की बेटी होशिका गुप्ता (15 वर्ष) को चश्मदीद गवाह बना सकती है। दरअसल वह अपनी मां के साथ पार्टी में मौजूद थी। एफआइआर में भी उसके नाम का जिक्र किया गया है। इधर अर्चना गुप्ता की मौत के बाद उनके परिजन मीडिया से दूर ही रहे। एम्स मोर्चरी पर अर्चना का पूरा परिवार मौजूद था। लेकिन, किसी भी सदस्य ने मीडिया से बात नहीं की। वहीं, पोस्टमार्टम के बाद शव गौतम नगर स्थित घर ले जाया गया।
दोनों परिवार कई सालों से हैं परिचित
अर्चना के ससुर ने बताया कि राजू सिंह के परिवार को उनका परिवार कई सालों से जानता है। विकास और अर्चना पहले भी उनके विभिन्न आयोजनों में जाते रहे हैं। अगर कोई रंजिश होती तो उस दिन पार्टी में जाते ही नहीं। इधर आरोपित पूर्व विधायक राजू सिंह से जब मीडिया ने पूछा कि क्या उन्हें अपने किए पर कोई पछतावा है या बुरा लग रहा है तो उसने कहा, नहीं। इस बीच उसके चेहरे पर कोई शिकन भी नहीं थी। हालांकि उसने यह भी कहा कि उसे नहीं पता है कि महिला को किसकी गोली लगी और हत्या किसने की।
पुलिस से हुई बदसलूकी
इधर सूत्रों की मानें तो फार्म हाउस पर पहुंची पुलिस से रेणू सिंह ने बदसलूकी भी की। पुलिसकर्मियों ने बड़ी मुश्किल से उस पर काबू पाया। दर्ज एफआइआर में गौतम नगर निवासी विकास गुप्ता ने पुलिस को बताया कि वह 31 दिसंबर की रात पत्नी अर्चना गुप्ता और बेटी होशिका गुप्ता के साथ नववर्ष की पार्टी में मांडी हाउस के रोज फार्म में गए थे।
संजीव से उनकी दोस्ती 25 वर्ष से है। रात 12 बजे सभी लोग फ्लोर पर डांस कर रहे थे। इसी बीच अर्चना डांस करने लगीं। कुछ देर में एक सुरक्षाकर्मी ने हवा में दो, जबकि संजीव सिंह ने पांच गोलियां चलाईं। इसके पांच मिनट बाद फिर एक गोली चली और अर्चना डांस करते हुए गिर पड़ी। उनका चेहरा खून से सना हुआ था। इसके बाद उसे फोर्टिस अस्पताल ले जाया गया।