फौजी हनीट्रैपः दिल्ली में रुका था महिला को सिम उपलब्ध कराने वाला कुरैशी, इन देशों से जुड़े तार
जांच में पता चला है कि रवींद्र जिस विदेशी महिला अनिका चोपड़ा को जानकारी शेयर करता था। उसके मोबाइल का सिम कार्ड मो. इरफान कुरैशी नामक एजेंट के नाम से रजिस्टर्ड है।
नारनौल [सुनील कुमार]। सेना की खुफिया जानकारी लीक करने के आरोप में गिरफ्तार फौजी रवींद्र मामले की जांच में रहस्यों से पर्दा उठ रहा है। साइबर सेल की जांच में पता चला है कि रवींद्र जिस विदेशी महिला अनिका चोपड़ा को जानकारी शेयर करता था। उसके मोबाइल का सिम कार्ड मोहम्मद इरफान कुरैशी नामक एजेंट के नाम से रजिस्टर्ड है।
पुलिस के मुताबिक, मोहम्मद इरफान कुरैशी अबूधाबी से वीजा लेकर 2016 में भारत आया था, जिसके तार पाकिस्तान से जुड़े होने की आशंका है। फिर यहां उसने भारतीय सेना के जवानों को फंसाने का सिलसिला शुरू किया था। कुरैशी तीन दिन तक दिल्ली के एक होटल में रुका था व उसने वहां पश्चिम बंगाल का पता अंकित कराया था। आधार नंबर भी वहीं का था। रवींद्र फौजी मामले की जांच जैसलमेर सीआइडी के उच्चाधिकारी करने में जुटे हैं। जांच की सुई मोहम्मद इरफान कुरैशी पर आकर अटक जाती है। जांच रोहतक और अब नारनौल पुलिस भी कर रही है। तीनों की जांच में मोहम्मद इरफान कुरैशी का ही नाम सामने आया है।
दिल्ली में अपना जाल बिछाने के बाद इरफान अजमेर दरगाह में गया। उसके बाद वह 2018 में भारत से कुवैत चला गया। पुलिस सूत्रों की मानें तो इस सभी का मास्टर माइंड कुरैशी ही है। जिसने युवतियों को भारतीय सेना के जवानों को फंसाने में लगा रखा है। खुद को विदेश की सेना में बताने वाली विदेशी महिला एजेंट रोहतक के गौरव, रोहतक के गांव फरमाणा व अब बसई के रवींद्र फौजी को अपना निशाना बना चुकी हैं।
इसी होटल से दिल्ली पुलिस की स्पेशल टीम छापेमारी कर अंडरवल्र्ड के डॉन दाउद इब्राहिम के गुर्गों को भी काबू कर चुकी है। सूत्रों की माने तो यहां से दो गुर्गों को पुलिस ने काबू किया था, जिनके पास से दिल्ली पुलिस की स्पेशल टीम ने हथियारों का जखीरा भी पकड़ा था। 2016 में अबूधाबी से आने के बाद तीन दिन दिल्ली के होटल, फिर अजमेर दरगाह व इसके बाद जयपुर में भी अलग-अलग स्थानों पर रुका था।
विदेश में देश की खुफिया जानकारी भेजने के आरोप में गिरफ्तार आरोपित रवींद्र फौजी को नारनौल पुलिस ने दो दिन के पुलिस रिमांड के बाद ड्यूटी मजिस्ट्रेट न्यायाधीश अनिल कुमार की अदालत में पेश किया। अदालत ने आरोपित को दो दिन के लिए न्यायिक हिरासत में भेज दिया है। आरोपित के वकील ने जज के सामने मामले की सुनवाई आर्मी अदालत में करने की गुहार लगाई, लेकिन अदालत ने उसकी मांग अभी नहीं मानी। फौजी को अब 15 जुलाई को फिर से अदालत के सामने पेश किया जाएगा।
शनिवार को आरोपित रवींद्र को ड्यूटी मजिस्ट्रेट न्यायाधीश अनिल कुमार के सामने पेश किया गया। जहां आरोपित के वकील ने मामला भारतीय सेना से जुड़ा होने के कारण इसकी सुनवाई आर्मी अदालत में करने की गुहार लगाई। पुलिस व वकील की बहस हुई। जिसके बाद अदालत ने आरोपित को दो दिन के लिए न्यायिक हिरासत में भेज दिया।
वहीं दो दिन में पुलिस रिमांड में आरोपित रवींद्र फौजी अपने बयानों पर ही कायम रहा है। उसका कहना था कि उसको नहीं पता था कि ऐसी बातें शेयर नहीं करनी हैं। वह लड़की के झांसे में आ गया और उसने कुछ तस्वीरें, वीडियो क्लिप व सेना से जुड़ी फोटो वाट्सएप के जरिए साझा की है। आरोपित से दो दिन में सैन्य अधिकारियों ने, गुप्तचर विभाग व पुलिस के अधिकारियों ने पूछताछ की है।
महिला विदेशी एजेंट की मीठी बातों में फंस गया था फौजी
रवींद्र फौजी ने विदेशी युवती की बातों में आकर सेना की शपथ को तोड़ते हुए खुफिया जानकारी तक शेयर कर डाली। आरोपित ने पुलिस पूछताछ में बताया कि किस तरह युवती ने उसको जाल में फंसाया। आरोपित ने हथियारों के साथ कुछ स्थानों की वीडियो कॉलिंग कर सैन्य खुफिया स्थान भी दिखाए हैं।
आरोपित काफी दिनों से युवती के टच में था और वाट्सएप के जरिये लगातार जानकारी शेयर कर रहा था। पुलिस पूछताछ में जब पुलिस ने आरोपित रवींद्र के सामने सवाल दागे तो वह कुछ जबाव नहीं दे पाया। सिर्फ एक ही बात की बार-बार रट लगा रहा था कि वह युवती की बातों में फंस गया था।