दिल्ली पुलिस का एक एसआइ और तीन पुलिसकर्मी कारोबारी को फोन कर मांग रहे थे 30 लाख रुपये, विजिलेंस ने पकड़ा
पुलिस ने पीड़ित की काल डिटेल रिकार्ड सीसीटीवी कैमरों की फुटेज और शिकायत में दिए गए बयानों का विश्लेषण किया। पुलिस अधिकारी ने बताया कि फिलहाल यह पता लगाया जा रहा है कि आरोपित जेल में बंद कारोबारी से कैसे संपर्क करते थे।
नई दिल्ली, जागरण संवाददाता। जेल में बंद कारोबारी को झूठे मामले में फंसाने की धमकी देकर 30 लाख रुपये की मांग करने वाले एसआइ समेत तीन पुलिसकर्मियों पर मुकदमा दर्ज किया गया है। दिल्ली पुलिस की विजिलेंस शाखा ने कार्रवाई की है। कारोबारी ने गत मार्च में दिल्ली पुलिस आयुक्त को पत्र लिखकर जांच की मांग की थी।
पुलिस के मुताबिक, कारोबारी धोखाधड़ी के एक मामले में जेल में बंद है। उस मामले में जांच अधिकारी उत्तरी रोहिणी थाने के एक एसआइ को बनाया गया था। आरोपित एसआइ ने दो अन्य पुलिसकर्मियों के साथ मिलकर जेल में बंद कारोबारी से अन्य झूठे मामले में फंसाने की धमकी देकर 15 लाख रुपये मांगे। कारोबारी द्वारा रकम न देने पर कुछ दिनों बाद और 15 लाख रुपये की मांग की गई। मामले में कारोबारी की ओर से मार्च में आयुक्त को पत्र भेजा गया था, जिसके बाद विभाग ने एसीपी स्तर के एक अधिकारी से जांच कराई। मई में भ्रष्टाचार निरोधक कानून के तहत मामला दर्ज हुआ।
दर्ज एफआइआर के अनुसार, उत्तरी रोहिणी थाने में तैनात एसआइ कारोबारी को फोन कर रिश्वत की मांग करता था। जब पीड़ित ने देने से मना किया तो उसे दूसरे आपराधिक मामले में फंसाने की धमकी दी जाने लगी। कारोबारी ने यह भी आरोप लगाया कि आरोपित उसके पुराने बयानों का गलत इस्तेमाल कर रहे हैं।
पुलिस ने पीड़ित की काल डिटेल रिकार्ड, सीसीटीवी कैमरों की फुटेज और शिकायत में दिए गए बयानों का विश्लेषण किया। पुलिस अधिकारी ने बताया कि फिलहाल यह पता लगाया जा रहा है कि आरोपित जेल में बंद कारोबारी से कैसे संपर्क करते थे।