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गरीबों की योजनाओं पर सियासत कर रहे हैं केजरीवाल, फैलाते हैं भ्रम: अमित शाह

अमित शाह ने कहा कि अरविंद केजरीवाल को डर है कि अगर दिल्ली में भी आयुष्मान भारत योजना लागू हो गई तो लोग प्रधानमंत्री का गुणगान करने लगेंगे और उनकी लोकप्रियता खत्म हो जाएगी।

By Amit MishraEdited By: Published: Fri, 28 Sep 2018 08:28 PM (IST)Updated: Fri, 28 Sep 2018 08:29 PM (IST)
गरीबों की योजनाओं पर सियासत कर रहे हैं केजरीवाल, फैलाते हैं भ्रम: अमित शाह

नई दिल्ली (जेएनएन)। भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह ने नारायणा में भाजपा जिला कार्यालय के शुभारंभ के मौके पर मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल पर जमकर निशाना साधा और कहा कि अरविंद केजरीवाल गरीबों के लिए बनाई गई योजनाओं पर राजनीति करने से बाज नहीं आ रहे हैं। हर कार्यों में अड़ंगा डालकर विकास कार्यों को रोक दिल्ली की जनता को सुविधाओं से वंचित किया जा रहा है। पूरे देश में केंद्र सरकार की आयुष्मान भारत योजना का लाभ करोड़ों लोग उठा रहे हैं, लेकिन दिल्ली की जनता इसका लाभ नहीं ले पा रही है। उन्होंने कहा कि भाजपा कार्यकर्ता घर-घर जाकर मुख्यमंत्री के षडयंत्र के बारे में तब तक अवगत कराते रहेगें, जब तक दिल्ली में आयुष्मान भारत योजना लागू नहीं हो जाती।

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गरीबों की योजनाओं पर राजनीति करना उचित नहीं

अमित शाह ने कहा कि अरविंद केजरीवाल को डर है कि अगर दिल्ली में भी आयुष्मान भारत योजना लागू हो गई तो लोग प्रधानमंत्री का गुणगान करने लगेंगे और उनकी लोकप्रियता खत्म हो जाएगी। उन्होंने कहा कि केजरीवाल आए दिन मोहल्ला क्लिनिक को लेकर खूब बयानबाजी करते हैं, लेकिन क्या वे बता सकते हैं कि माेहल्ला क्लिनिक में कैंसर का इलाज हो सकता है? हृदय से संबंधित रोगों का इलाज हो सकता है? नहीं हो सकता है। ऐसे में जब गरीब लोगों को जरूरत होगी तो वे कैसे अपना इलाज करा सकेंगे। आयुष्मान भारत योजना के दिल्ली में लागू नहीं होने से गरीब लोग इलाज के लिए कहां जाएंगे। गरीबों की योजनाओं पर राजनीति करना उचित नहीं है।

जनता को गुमराह करते हैं केजरीवाल 

भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष ने कहा कि अरविंद केजरीवाल ने जब दिल्ली में जीत हासिल की थी तो उस समय ईवीएम ठीक थी। जैसे ही हरियाणा, पंजाब, उत्तर प्रदेश के अलावा निगम चुनाव में जनता ने उन्हें नकार दिया तो ईवीएम में गड़बड़ी की बात करने लगे। यह सब जनता को गुमराह करने के लिए मुख्यमंत्री बयानबाजी करते हैं। जब ईवीएम के मुद्दे पर चुनाव आयोग इन्हें बुलाता है तो ये जाते नहीं हैं।

कांग्रेव व अन्य दलों पर भी साधा निशाना 

अमित शाह ने कांग्रेस व अन्य विपक्षी पार्टियों पर भी हमला बोला और कहा कि पिछले दिनों कुछ नक्सलियों की गिरफ्तारी के बाद ये पार्टियां उनके समर्थन में खड़ी हो गई थीं। इन्हें बोलने की आजादी की याद आने लगी थी। जब पुलिस ने सुप्रीम कोर्ट में सारे साक्ष्य दिखाए तो नक्सलियों को नजरबंद करने का आदेश सुप्रीम कोर्ट ने दिया। इसी तरह असम में एनआरसी पर भी तमाम विपक्षी दल एक हो गए थे। सब घुसपैठियों के साथ खड़े दिखाई दे रहे थे। मानवाधिकार की बातें करने लगे थे, लेकिन इन्हें यह नहीं दिखाई दे रहा है कि इन घुसपैठियों की वजह से देश की जनता कितनी परेशान है।

घुसपैठियों को करेंगे बाहर 

शाह ने कहा कि देश में एक भी घुसपैठिए को नहीं रहने दिया जाएगा। 2019 चुनाव के बाद सभी घुसपैठियों के नाम मतदाता पहचान पत्र से हटाए जाएंगे और उन्हें देश से बाहर किया जाएगा, क्योंकि ये देश के अंदर असामाजिक गतिविधि को अंजाम देते हैं और इसे कतई बर्दाश्त नहीं किया जा सकता है।

देश के खिलाफ नारे लगाने वालों को नहीं छोड़ेंगे

अमित शाह ने कहा कि जेएनयू में देश के खिलाफ नारे लगते हैं। यह भाजपा कभी बर्दाश्त नहीं करेगी। ऐसे लोगों के खिलाफ कड़ी से कड़ी कार्रवाई की जाएगी। देश के विरोध में कोई भी गतिविधि हमें मंजूर नहीं है।

पाई-पाई का हिसाब लेकर उतरेंगे चुनाव में

अमित शाह ने कहा कि 2019 के चुनाव में भाजपा पाई-पाई का हिसाब जनता को देगी। मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल को भी चुनाव के दौरान जनता को पाई-पाई का हिसाब देना चाहिए। अगर वे हिसाब नहीं दे पाए तो जनता उनको अगले चुनाव में अपनी ताकत दिखाएगी। उन्होंने सभा में उपस्थित भाजपा कार्यकर्ताओं से कहा कि जिस प्रकार 2014 के चुनाव में राजधानी की सातों सीटें भाजपा की झोली में आपने दी थीं, उसी प्रकार 2019 के चुनाव में भी सातों सीटें भाजपा की झोली में आनी चाहिए। केंद्र सरकार की योजना के बारे में घर-घर जाकर बताएं और इस बात का जरूर जिक्र करें मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के कारण आपको कई योजनाओं का लाभ नहीं मिल रहा है।

उपलब्धियों को गिनाया

अमित शाह ने इस दौरान केंद्र सरकार की उपलब्धियों को भी जनता के सामने रखा। उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार की आेर से स्मार्ट सिटी, एक्सप्रेस-वे जैसी योजनाएं देश को तरक्की की ओर ले जा रही हैं। करीब 18 करोड़ गरीब युवाओं को मुद्रा योजना के माध्यम से लोन दिया गया। इसके अलावा 17 हजार गांवों में बिजली पहुंचाई गई। साथ ही साढ़े सात करोड़ शौचालय के निर्माण किए गए। वहीं, साढ़े पांच करोड़ गरीब महिलाओं को उज्जवला योजना के तहत गैस सिलेंडर बांटे गए। 


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