शोध करने के लिए पूर्व छात्र ने आइआइटी दिल्ली को दिए एक करोड़
आइआइटी दिल्ली के निदेशक प्रोफेसर वी रामगोपाल राव ने कहा कि संस्थान का अपने एल्युमिनी के साथ उत्कृष्ट संबंध है। इस दिशा में एल्युमिनी ने संस्थान को अपनी अपनी तरह से योगदान दिया।
दिल्ली, जेेेेएनएन। आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस शोध को बढ़ावा देने के लिए आइआइटी दिल्ली को एक करोड़ रुपये मिले हैं। यह रकम संस्थान के पूर्व छात्र प्रोफेसर सौमित्र दत्ता व उनकी पत्नी डॉ. लॉर्डेस केसानोवा की ओर से दी गई है। संस्थान ने प्रोफेसर सौमित्र दत्ता के साथ करार किया है। संस्थान की ओर से एक साल में इस क्षेत्र में अनुसंधान कर रहे शिक्षक को पांच लाख रुपये दिए जाएंगे। इसके लिए शिक्षकों को आवेदन करना होगा। संस्थान की ओर से फंड देने के लिए शिक्षक का चुनाव किया जाएगा।
प्रोफेसर दत्ता ने 1985 में संस्थान से इलेक्टिकल इंजीनियरिंग एवं कंप्यूटर साइंस में डिग्री प्राप्त की। बर्कले में कैलिफोर्निया विश्वविद्यालय से कंप्यूटर साइंस में पीएचडी अर्जित की। दत्ता अभी अमेरिका की कॉर्नेल विश्वविद्यालय के बिजनेस विभाग के डीन हैं।
आइआइटी दिल्ली के निदेशक प्रोफेसर वी रामगोपाल राव ने कहा कि संस्थान का अपने एल्युमिनी के साथ उत्कृष्ट संबंध है। इस दिशा में एल्युमिनी की तरफ से संस्थान को अपनी अपनी तरह से योगदान दिया जा रहा है।
संस्थान के एल्युमिनी एंड इंटरनेशनल प्रोग्राम के डीन प्रोफेसर संजीव संगी ने बताया कि प्रो. सौमित्र को संस्थान की ओर से द चेयर प्रोफेसर पद का सम्मान दिया गया है। यह सम्मान संस्थान की ओर से उन लोगों को दिया जाता है जिन्होंने समाज के लिए बेहतर काम किया है। जिन शिक्षकों को समझौते के तहत पांच लाख रुपये मिलेंगे, उन्हें द सौमित्र दत्ता चेयर प्रोफेसर की उपाधि दी जाएगी।