Happy Krishna Janmashtami 2020: बुधवार को भी मनाई जाएगी जन्माष्टमी, पढ़िये- शुभ मुहूर्त और पूजा के बारे
Happy Krishna Janmashtami 2020 इस बार कोविड-19 की गाइडलाइन का पालन करते हुए पर्व मनाया जाएगा। सार्वजनिक स्थलों पर इकट्ठा होने की अनुमति नहीं हैं।
नई दिल्ली, ऑनलाइन डेस्क। दिल्ली-एनसीआर समेत पूरे देशभर में इस बार मंगलवार के साथ बुधवार को भी कृष्ण जन्माष्टमी मनाई जा रही है। शुरुआत में पिछले साल की तरह इस साल भी लोग उलझन में थे कि 2 दिन
जन्माष्टमी क्यों मनाई जा रही है, लेकिन ज्योतिषियों और पंडित-पुजारियों ने लोगों की इस शंका का निवारण कर दिया है। ज्योतियों का का कहना है कि भगवान श्रीकृष्ण का जन्म भाद्रपद यानी कि भादो माह की कृष्ण पक्ष की अष्टमी को रोहिणी नक्षत्र में हुआ था। ऐसी स्थिति में कृष्ण पक्ष की अष्टमी तिथि को देखा जाए तो जन्माष्टमी 11 अगस्त की होनी चाहिए, लेकिन अगर रोहिणी नक्षत्र की मानें तो फिर 12 अगस्त को कृष्ण जन्माष्टमी मनाई जानी चाहिए।
दिल्ली-एनसीआर के मंदिरों में जबरदस्त सजावट देखी जा रही है। मंदिरों में कान्हा जी के लिए नए झूले, पोशाक, मुकुट रखे गए हैं। इस दौरान शारीरिक दूरी के नियमों का पालन करते हुए कान्हा जी के दरबार सजाए गए हैं। मंदिरों में फूल व रंगबिरंगी लाइटें भी लगाईं जा रही हैं। साथ ही कान्हा जी को भी चमकीले वस्त्रों से सुसज्जित किया गया है। वहीं, इस बार कोविड-19 की गाइडलाइन का पालन करते हुए पर्व मनाया जाएगा। सार्वजनिक स्थलों पर इकट्ठा होने की अनुमति नहीं हैं। जिसके चलते गली-मोहल्लों में झाकियां भी नहीं सजेंगी। वहीं, मंदिरों में भी बाल गोपाल के दर्शन दूर से ही कर सकेंगे।
12 अगस्त की जन्माष्टमी है श्रेष्ठ
आचार्य चन्द्रशेखर शास्त्री (संस्थापक, श्री पीतांबरा विद्यापीठ सीकरी तीर्थ मोदीनगर) का कहना है कि जन्माष्टमी की तारीख को लेकर इस बार दो तरह के मत तो हैं, लेकिन, 12 अगस्त को जन्माष्टमी मनाना श्रेष्ठ है। इसके पीछे वजह यह है कि 11 अगस्त को सुबह छह बजे के बाद अष्टमी तिथि का आरंभ हो जाएगा। जो 12 अगस्त को सुबह 7:54 तक रहेगी। वहीं, रोहिणी नक्षत्र का आरंभ 12 अगस्त को रात 1:20 से 13 अगस्त को रात तीन बजे तक रहेगी। इस नक्षत्र में जन्माष्टमी मनाना अच्छा रहता है।
वहीं, मीना भंडारी (पार्षद वार्ड 79 इंदिरापुरम, गाजियाबाद) के मुताबिक, कोरोना वायरस के फैलते संक्रमण को देखते हुए प्रत्येक वर्ष की तरह इस वर्ष सामूहिक रूप से श्रीकृष्ण जन्माष्टमी नहीं मनाई जाएगी। श्रीकृष्ण जन्माष्टमी से पहले वार्ड 79 की छह मंदिरों व उसके आसपास के इलाकों में हाइमास्ट लाइटें लगवाई गईं। साथ ही सफाई भी करवाई है। शारीरिक दूरी का पालन करते हुए त्योहार मनाने के लिए लोगों से अपील की जा रही है।
हिंदू धर्म की मान्यता के मुताबिक, प्रत्येक वर्ष कृष्ण जन्माष्टमी भाद्रपद माह के कृष्ण पक्ष की अष्टमी तिथि को मनाई जाती है। इस बार जन्माष्टमी का त्योहार 11 और 12 अगस्त दो दिन मनाया जा रहा है। वहीं, रोहिणी नक्षत्र को अधिक महत्व देने वाले लोग 12 अगस्त को जन्माष्टमी मनाएंगे। पुजारी और ज्योतिषी 12 अगस्त को जन्माष्टमी मनाना श्रेष्ट समय बता रहे हैं।
पढ़िए ये अहम बातें
- जन्माष्टमी का त्योहार मंगलवार की सुबह 09 बजकर 06 मिनट शुरुआत होगा और इसके बाद बुधवार की सुबह 05 बजकर 22 मिनट तक रहेगा।
- रोहिणी नक्षत्र की शुरुआत 13 अगस्त 2020 की सुबह 03 बजकर 27 मिनट से होगी और 14 अगस्त 2020 को सुबह 05 बजकर 22 मिनट तक रहेगी।
- ज्यादातर लोग जन्माष्टमी का व्रत रखते हैं, ऐसे में व्रतधारियों को जन्माष्टमी से एक दिन पहले केवल एक वक्त का भोजन करना चाहिए। मान्यता के मुताबिक, जन्माष्टमी की सुबह स्नान करने के बाद भक्त व्रत का संकल्प लेते हुए अगले दिन रोहिणी नक्षत्र और अष्टमी तिथि के खत्म होने के बाद पारण यानी कि व्रत खोलते हैं।