Coronavirus Vaccine COVAXIN: एम्स में कोरोना के स्वदेशी टीके के पहले चरण का ट्रायल रुका
Coronavirus Vaccine COVAXIN पहले चरण में देश के अन्य 11 अस्पतालों में 375 लोगों को टीका लगाने का लक्ष्य पूरा हो गया है।
नई दिल्ली [रणविजय सिंह]। Coronavirus Vaccine COVAXIN: स्वदेशी टीके (कोवैक्सीन) के ट्रायल में एम्स की सुस्ती आखिरकार संस्थान पर भारी पड़ गई। इस टीके के पहले चरण का ट्रायल अब रुक गया है। इसमें सिर्फ 16 लोगों को ही टीका लगाया जा सका है, जबकि 100 लोगों को लगाने का लक्ष्य था। दरअसल, पहले चरण में देश के अन्य 11 अस्पतालों में 375 लोगों को टीका लगाने का लक्ष्य पूरा हो गया है। ऐसे में अब दूसरे फेज में ही अन्य लोगों को टीका लगाया जा सकेगा। भारतीय आयुर्विज्ञान अनुसंधान परिषद (आइसीएमआर) के सहयोग से भारत बायोटेक इंटरनेशनल लिमिटेड द्वारा तैयार कोरोना के पहले स्वदेशी टीके ट्रायल किया जा रहा है। इसमें पहले चरण में देश के 12 अस्पतालों में 375 लोगों पर ट्रायल होना था। इनमें से 100 लोगों को एम्स में टीका लगाया जाना था, जबकि अन्य 11 अस्पतालों में 275 लोगों को टीका लगाना था। एम्स में ट्रायल पर खास सक्रियता नहीं दिखी।
संस्थान की आचार समिति ने पहले तो ट्रायल को मंजूरी देने में काफी देर लगाई। इसके बाद जब ट्रायल शुरू हुआ तो 16 लोगों को टीका लगाने के बाद उसकी रिपोर्ट आचार समिति को भेजी गई। इसके बाद भी आगे का ट्रायल शुरू करने के लिए स्वीकृति देने में देर की गई। इस वजह से दूसरे अस्पतालों में ट्रायल को पूरा कर लिया गया। अब दूसरे चरण में कुल 750 लोगों को टीका लगाया जाएगा।
एम्स में जिन 16 लोगों को टीके का पहला डोज दिया गया है। उन्हें दूसरा डोज देने का काम शुक्रवार से शुरू कर दिया गया है। 14 दिन के अंतराल पर 30 वर्षीय युवक को टीके का दूसरा डोज दिया गया। उन्हें 24 जुलाई को पहला टीका दिया गया था। डॉक्टर कहते हैं कि किसी भी व्यक्ति पर टीके का दुष्प्रभाव नहीं देखा गया है। इसलिए अन्य 15 लोगों को भी अगले कुछ दिनों में दूसरा डोज दिया जाएगा।