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Delhi AIIMS News 2021: दो पालियों में आपरेशन थियेटर चलाकर सर्जरी की वेटिंग कम करेगा एम्स

Delhi AIIMS News 2021 प्रशासन ने अस्पताल की चिकित्सकीय व्यवस्था में सुधार के लिए पहल की है। इसके तहत केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय के निर्देश पर गठित विशेषज्ञ कमेटी व निगरानी कमेटी ने दो पालियों में आपरेशन थियेटर चलाने की सिफारिश की है।

By Jp YadavEdited By: Published: Tue, 10 Aug 2021 09:29 AM (IST)Updated: Tue, 10 Aug 2021 09:29 AM (IST)
Delhi AIIMS News 2021: दो पालियों में आपरेशन थियेटर चलाकर सर्जरी की वेटिंग कम करेगा एम्स
Delhi AIIMS News 2021: दो पालियों में आपरेशन थियेटर चलाकर सर्जरी की वेटिंग कम करेगा एम्स

नई दिल्ली [रणविजय सिंह]। दिल्ली स्थित अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान प्रशासन ने अस्पताल की चिकित्सकीय व्यवस्था में सुधार के लिए पहल की है। इसके तहत केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय के निर्देश पर गठित विशेषज्ञ कमेटी व निगरानी कमेटी ने दो पालियों में आपरेशन थियेटर चलाने की सिफारिश की है। एम्स फैकल्टी सेल ने इसे लागू करने के लिए छह अगस्त को संस्थान के सभी सेंटरों के प्रमुखों व चिकित्सा अधीक्षक को निर्देश दिया है। दो पालियों में आपरेशन थियेटर चलने से अधिक मरीजों की सर्जरी हो सकेगी। इसलिए एम्स दो पालियों में आपरेशन थियेटर चलाकर सर्जरी की वेटिंग कम करेगा।

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दरअसल, एम्स में सर्जरी के लिए तीन महीनों से लेकर छह साल तक की वेटिंग होती है। खास तौर पर दिल व न्यूरो की बीमारियों की सर्जरी के लिए वेटिंग सबसे ज्यादा है। दिल की गंभीर बीमारियों से पीडि़त मरीजों को भी सर्जरी के लिए पांच से छह साल की वेटिंग होती है। कैंसर की सर्जरी के लिए भी मरीजों को तीन से छह माह बाद के लिए समय दिया जाता है। कोरोना के दौर में लंबे समय तक रूटीन सर्जरी प्रभावित रही है। ऐसे में मरीजों की परेशानी ज्यादा बढ़ गई हैॅ। कोरोना के दौर में एम्स में आत्महत्या की तीन घटनाएं सामने आई थी। तब एम्स में भर्ती दो मरीजों व एक मेडिकल के छात्र ने आत्महत्या कर ली थी। इन घटनाओं के बाद एम्स की व्यवस्था पर सवाल उठे थे। इस वजह से केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने एम्स के कामकाज व इलाज की व्यवस्था में सुधार के लिए विशेषज्ञ कमेटी गठित की थी। इस कमेटी ने एम्स को मरीजों के लिए अधिक सुविधाजनक बनाने के लिए कई अहम सुझाव दिए।

बेहतर इलाज के लिए तय होगी जिम्मेदारी

कमेटी ने मरीजों के बेहतर इलाज के लिए जिम्मेदारी तय करने की बात कही गई है। इसके तहत ओपीडी, सभी वार्ड, इमरजेंसी, सभी सेंटर व जांच सुविधा केंद्र के फैकल्टी प्रभारी नियुक्त किए जाएंगे। मरीजों को इलाज में ज्यादा परेशानी न हो यह सुनिश्चित करना फैकल्टी प्रभारी की जिम्मेदारी होगी। इस क्रम में कमेटी ने आपरेशन थियेटर को दो पालियों में लंबे समय तक चलाने की बात कही गई है। ताकि सर्जरी की वेटिंग का समय कम हो सके। मौजूदा समय में सुबह करीब 8:30 बजे से शाम पांच बजे तक रूटीन सर्जरी होती है। एम्स में पहले भी दो पालियों में आपरेशन थियेटर चलाने की कोशिश हुई थी पर लागू नहीं हुआ। इस बार अमल होता है या नहीं यह देखना दिलचस्प होगा।

500 रुपये तक की जांच शुल्क निशुल्क करने की सिफारिश

निगरानी कमेटी ने एम्स में 500 रुपये तक की जांच शुल्क को निशुल्क करने की सिफारिश की है। यह मामला पिछले कई सालों से लंबित है। निगरानी कमेटी ने कहा है कि एम्स प्रशासन केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय से इसे स्वीकृति दिलाने का प्रयास करें। 500 रुपये तक की जांच निशुल्क होने से मरीजों का समय बचेगा। उन्हें बार-बार काउंटर पर कतार में लगने की जरूरत नहीं पड़ेगी। इससे होने वाले आर्थिक नुकसान की भरपाई प्राइवेट वार्ड का शुल्क बढ़ाकर किया जा सकता है।


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