AIIMS: पढ़िए- कैसे एक डॉक्टर मरीज के लिए बन गया 'भगवान', बचाई उसकी जान
AIIMS रक्तदाता नहीं मिलने पर मरीज का ऑपरेशन करने वाले डॉ. मोहम्मद फवाद ने पहले खुद रक्तदान किया।
नई दिल्ली [रणविजय सिंह]। दिल्ली स्थित अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (All India Institute Of Medical Sciences, New Delhi) के एक चिकित्सक ने मानवता की मिसाल पेश की है। दरअसल, अस्पताल में ऑपरेशन के लिए पहुंचे मरीज को खून की जरूरत थी, लेकिन साथ में कोई रक्त दान करने वाला नहीं था। खून चढ़ाने के एक रक्तदाता की जरूरत थी। इसकी वजह से ऑपरेशन में देरी हो रही थी। ऐसे में मरीज का ऑपरेशन करने वाले डॉ. मोहम्मद फवाद ने पहले खुद रक्तदान किया। इसके बदले मरीज को उसके ब्लड ग्रुप का रक्त मिल गया। इसके बाद डॉ. मोहम्मद फवाद ने उसका ऑपरेशन किया। डॉक्टर का यह प्रयास अन्य लोगों के लिए सबब बनेगा।
यहां पर बता दें कि डॉ. मोहम्मद फवाद एम्स के जनरल सर्जरी विभाग में कार्यरत हैं। बुधवार शाम में एक मरीज उनके विभाग में पहुंचा। डॉ. फवाद को उसका तुरंत ऑपरेशन करना था। इसके लिए रक्त की आवश्यकता थी। मरीज की पत्नी साथ थी, लेकिन उनका हीमोग्लोबिन कम था। उनका रक्त नहीं लिया जा सकता था। कोरोना संक्रमण के डर के कारण कोई और स्वजन अस्पताल नहीं पहुंचा। ऐसे में डॉ. फवाद ने अपना रक्तदान किया।
इस बाबत डॉ. मोहम्मद फवाद ने बताया कि अस्पताल में भर्ती मरीज की हालत काफी खराब थी। ऐसे में उसको तुरंत रक्त मिलना काफी जरूरी था, साथ ही उसका ऑपरेशन भी जल्द किया जाना आवश्यक था। ऐसे में काफी तलाश के बाद भी जब कोई रक्त दाता नहीं मिला तो उन्होंने निर्णय लिया कि वह खुद ही मरीज के लिए रक्तदान करेंगे। ब्लड बैंक से मरीज के ग्रुप का रक्त लेकर फिर ऑपरेशन शुरू किया गया, जो सफल रहा।
ऑपरेशन को लेकर डॉ. मोहम्मद फवाद ने बताया कि अब मरीज की हालत ठीक है। उन्होंने कहा कि रक्तदान के लिए सभी स्वस्थ लोगों को आगे आना चाहिए। उन्होंने कोरोना को मात दे चुके लोगों से प्लाज्मा भी दान करने की अपील की है।