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25 साल से कब्जाई गई अरबों की जमीन होगी मुक्त, प्रभावित होंगे सैकड़ों लोग

आरोपित अधिकारियों में तत्कालीन एसडीएम, तहसीलदार, नायब तहसीलदार, कानूनगो व लेखपाल शामिल हैं। नोएडा में होने के कारण जमीन की कीमत अरबों में हैं।

By Amit SinghEdited By: Published: Fri, 07 Sep 2018 06:59 PM (IST)Updated: Fri, 07 Sep 2018 06:59 PM (IST)
25 साल से कब्जाई गई अरबों की जमीन होगी मुक्त, प्रभावित होंगे सैकड़ों लोग

नोएडा (जेएनएन)। नोएडा के सालारपुर गांव में राज्य सरकार की 360 बीघे जमीन से अवैध कब्जा हटाया जाएगा। जमीन पर यदि निर्माण कार्य हुआ है तो उसे भी गिराया जाएगा। राजस्व अभिलेखों (खसरा-खतौनी) से किसानों के नाम हटाकर राज्य सरकार का नाम दर्ज किया जाएगा। यह निर्देश बृहस्पतिवार को एसडीएम दादरी अंजनी कुमार ने दिए।

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दादरी तहसील का सालारपुर गांव नोएडा में पड़ता है। गांव की 360 बीघा जमीन को 1993 में तत्कालीन जिलाधिकारी प्रदीप कुमार शुक्ला ने राज्य सरकार में निहित कर दिया था। उस वक्त सलारपुर गांव गाजियाबाद जिले में आता था। तत्कालीन जिलाधिकारी के अधीनस्थ अधिकारियों ने लापरवाही की मिशाल पेश की। डीएम के निर्देश के बावजूद खसरा-खतौनी में दर्ज नहीं किया गया। सिर्फ मालिकाना रजिस्ट्री में डीएम का आदेश दर्ज कर इतिश्री कर दी गई। जमीन के खसरा-खतौनी में किसानों के ही नाम दर्ज हैं।

एसडीएम दादरी अंजनी कुमार ने मामले की जांच तहसीलदार से कराई तो बात सही पाई गई। एसडीएम ने राज्य सरकार की जमीन को किसानों से मुक्त कराने व तत्कालीन विभागीय अधिकारियों के खिलाफ एफआइआर दर्ज कराने का निर्देश दिया है।

आरोपित अधिकारियों में तत्कालीन एसडीएम, तहसीलदार, नायब तहसीलदार, कानूनगो व लेखपाल शामिल हैं। नोएडा में होने के कारण जमीन की कीमत अरबों में हैं। जमीन के कुछ हिस्से पर लोगों ने अवैध प्लाटिंग की है। खसरा-खतौनी में नाम दर्ज होने का फायदा उठाकर कुछ लोगों ने जमीन को बेच दिया है।


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