जेएनयू में सत्याग्रह यात्रा निकालेगी एबीवीपी, 21 दिनों से मांगों को लेकर चल रहा है प्रदर्शन
जवाहर लाल नेहरू विश्वविद्यालय (जेएनयू) में छात्रों की परिसर वापसी का चौथा चरण प्रारंभ हो चुका है। अब एमएससी अंतिम वर्ष बीटेक चतुर्थ वर्ष और एमबीए अंतिम वर्ष के छात्रों को परिसर में प्रवेश की अनुमति है। एबीवीपी ने बताया कि 11 सितंबर से प्रदर्शन जारी है।
नई दिल्ली, जागरण संवाददाता। जवाहर लाल नेहरू विश्वविद्यालय (जेएनयू) में छात्रों की परिसर वापसी का चौथा चरण प्रारंभ हो चुका है। अब एमएससी अंतिम वर्ष, बीटेक चतुर्थ वर्ष और एमबीए अंतिम वर्ष के छात्रों को परिसर में प्रवेश की अनुमति है। हालांकि अभी भी शैक्षणिक सत्र 2020-21 में दाखिला लेने वाले छात्रों के परिसर प्रवेश की मनाही है। अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद (एबीवीपी) नए छात्रों के परिसर प्रवेश को लेकर आंदोलनरत है।
एबीवीपी सदस्य परिसर में लगातार प्रदर्शन कर रहे हैं। बुधवार को प्रदर्शन का 21वां दिन था। एबीवीपी ने कहा कि परिसर को पूरी तरह खोलने तक प्रदर्शन जारी रहेगा। इसी कड़ी में सत्याग्रह यात्रा भी निकाली जाएगी।
एबीवीपी ने बताया कि 11 सितंबर से प्रदर्शन जारी है। यह प्रदर्शन छात्रों की परिसर वापसी समेत विभिन्न मुद्दों को लेकर प्रारंभ किया गया था। यह प्रदर्शन का ही असर है कि जेएनयू प्रशासन छात्रावास आवंटन, छात्रावास के मरम्मत, नए छात्रों के शैक्षणिक दस्तावेजों के सत्यापन समेत परिचय पत्र जारी करना शुरू कर दिया है। यही नहीं विगत दो महीने से रूकी हुई फेलोशिप का भी बुधवार से भुगतान शुरू किया है। लेकिन अभी भी नए छात्रों की परिसर वापसी पर जेएनयू प्रशासन चुप्पी साधे हुए है।
एबीवीपी जेनएयू इकाई अध्यक्ष शिवम चौरासिया ने बताया कि प्रदर्शन के चलते कई मांगे मान ली गई है। जिसके लिए हम जेएनयू प्रशासन के आभारी है लेकिन परिसर पूरी तरह खुलने तक प्रदर्शन जारी रहेगा। वहीं एबीवीपी इकाई मंत्री रोहित कुमार ने कहा कि गांधी जयंती की पूर्व संध्या पर परिसर में 'सत्त्याग्रह यात्रा' निकाली जाएगी। इसके जरिए प्रशासन के समक्ष शांतिपूर्ण तरीके से हम अपनी बात रखेंगे।