फर्जी डिग्री मामला : ABVP ने डूसू अध्यक्ष अंकिव को किया निलंबित, कहा- पद से इस्तीफा दो
दिल्ली विश्वविद्यालय छात्र संघ (डूसू) अध्यक्ष अंकिव बैसोया की डिग्री मामले में अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद (ABVP) ने बृहस्पतिवार को संगठन से निलंबित कर दिया
नई दिल्ली, जेएनएन। दिल्ली विश्वविद्यालय छात्र संघ (डूसू) अध्यक्ष अंकिव बैसोया की डिग्री मामले में अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद (ABVP) ने बृहस्पतिवार को संगठन से निलंबित कर दिया, साथ ही कहा है कि अंकिव अपने पद से इस्तीफ दें। एबीवीपी की नेशनल मीडिया कन्वेनर मोनिका चौधरी ने बताया कि इसी के साथ जांच पूरी होने तक अंकिव को संगठन की हर जिम्मेदारी से मुक्त कर दिया है। इस मामले मेें अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद ने स्पष्टीकरण जारी किया है।
यहां पर बता दें कि सितंबर महीने में हुए दिल्ली विश्वविद्यालय छात्र संघ (डूसू) चुनाव में अंकिव बैसोया ने जीत हासिल की थी। जीत के साथ ही अंकिव की डिग्री पर सवाल उठने लगे थे और फिर यह मामला दिल्ली हाई कोर्ट पहुंच गया, जिस पर सुनवाई चल रही है।
वहीं, भारतीय राष्ट्रीय छात्र संगठन (NSUI) की प्रभारी रुचि गुप्ता ने अंकिव गुप्ता पर हुई कार्रवाई को लेकर कहा कि यह स्पष्ट तौर दर्शाता है कि यह फैसला दिल्ली हाई कोर्ट में 20 तारीख को होने वाली सुनवाई के चलते लिया गया है।
इसी हफ्ते जांच को तमिलनाडु जा सकते हैं प्रो. सराओ
अंकिव मामले की जांच कर रहे डीयू के बुद्धिस्ट विभाग के प्रमुख प्रो. केटीएस सराओ ने कहा कि तिरुवल्लुवर विश्वविद्यालय के परीक्षा नियंत्रक सेंथिल कुमार से उनकी बातचीत हुई है। वह जल्द ही अधिकारिक तौर पर उन्हें अंकिव मामले की रिपोर्ट भेजेंगे। जरूरत पड़ने पर वह भी इसी हफ्ते तमिलनाडु जांच के लिए जा सकते हैं। एनएसयूआइ, आइसा, सीवाइएसएस ने उठाए सवाल एनएसयूआइ के दिल्ली मीडिया प्रभारी मोहम्मद अली ने बताया कि हमें कोर्ट पर पूरा विश्वास है।
उम्मीद करते हैं कि 20 नवंबर को अंकिव की डिग्री का सच सामने आ जाएगा। अखिल भारतीय छात्रसंघ (आइसा) की छात्र नेता कंवलप्रीत कौर ने आरोप लगाया कि डीयू प्रशासन एक रणनीति के तहत 12 नवंबर तक मामले को लटका रखा था। वहीं,आम आदमी पार्टी (AAP) की छात्र इकाई सीवाइएसएस ने भी डीयू प्रशासन पर सवाल उठाए। एबीवीपी ने कहा, डीयू प्रशासन के सहयोग को तैयार एबीवीपी की राष्ट्रीय मीडिया संयोजक मोनिका चौधरी ने कहा कि आइसा और एनएसयूआइ के सदस्य गलत आरोप लगा रहे हैं। हम डीयू प्रशासन का पूरा सहयोग करने के लिए तैयार हैं। अगर प्रशासन की तरफ से डिग्री मामले में सत्यापन में देरी हो रही है तो इसमें हम कुछ नहीं कर सकते।