परिवार की मौत के बाद म्यूजिशियन का घर बना अय्याशी का अड्डा, दुष्कर्म मामलों में गिरफ्तार
2009 में पहली बार उसने एक युवती से दुष्कर्म किया था। उक्त मामले में पुलिस ने उसे गिरफ्तार कर लिया था। जेल से जमानत पर बाहर आने के बाद उसने इसी तरह का अपराध करना जारी रखा।
नई दिल्ली (जेएनएन)। दुष्कर्म के दो मामले में दिल्ली की साकेत कोर्ट से भगोड़ा घोषित म्यूजिशियन सनत बिंद्रा को दिल्ली पुलिस की क्राइम ब्रांच ने गिरफ्तार कर लिया है। उसके खिलाफ निजामुद्दीन थाने में अलग-अलग युवतियों द्वारा दुष्कर्म के तीन केस दर्ज कराए गए हैं।
दुष्कर्म की एफआइआर दर्ज होने के बाद आरोपित पांच साल से फरार चल रहा था। दिल्ली पुलिस ने उसकी गिरफ्तारी पर 20 हजार रुपये का इनाम भी घोषित कर रखा था। एडिशनल पुलिस कमिश्नर राजीव रंजन के मुताबिक 35 वर्षीय बिंद्रा जंगपुरा का रहने वाला है। साउंड इंजीनियरिंग से डिप्लोमा करने के बाद उसने अपना म्यूजिक बैंक शुरू किया था।
सोशल मीडिया से फंसाता था लड़कियों को
पेशे के अनुरूप उसका देर रात की पार्टियों में आना-जाना होता था। परिजनों की मृत्यु हो जाने पर वह अपने घर में अकेला बचा था। इस वजह से वह अक्सर सोशल मीडिया के जरिये दोस्त बनीं युवतियों को अपने घर ले आता था और जबरन संबंध बनाता था। विरोध जताने वाली युवतियों के साथ वह मारपीट व बदसुलूकी करता था।
2009 में पहली बार किया था दुष्कर्म
2009 में पहली बार उसने एक युवती से दुष्कर्म किया था। उक्त मामले में पुलिस ने उसे गिरफ्तार कर लिया था। जेल से जमानत पर बाहर आने के बाद उसने इसी तरह का अपराध करना जारी रखा। 2013 व 2018 में भी उसने दो युवतियों को अपने घर बुलाकर हवस का शिकार बनाया। दोनों युवतियों ने हजरत निजामुद्दीन थाने में मुकदमा दर्ज करवा दिया था। इस साल 23 जनवरी को सनत ने तीसरी युवती को हवस का शिकार बनाया था
पीड़िता ने खोली थी पोल
युवती ने शिकायत में कहा था कि फेसबुक के जरिये उसका सनत से परिचय हुआ था। जिसके बाद चैटिंग व फोन पर दोनों में बातचीत होती रही। दोनों में दोस्ती हो जाने पर सनत उसे मिलने के बहाने घर बुलाया था। वहां उसने दुष्कर्म किया। विरोध जताने पर सनत ने उसकी पिटाई भी की थी। बीते 8 जून को साकेत कोर्ट ने इस मामले में सनत को भगोड़ा घोषित कर दिया था।
कई शहरों में तलाशने के बाद दिल्ली में ही मिला आरोपी
एसीपी पंकज सिंह व इंस्पेक्टर विकास राणा की टीम ने पहले तीनों युवतियों के घर जाकर उनसे बात की। उसके बाद सनत की तलाश में मनाली, ऋषिकेश, गाजियाबाद के अलावा दक्षिण व दक्षिण-पूर्वी जिला के कई संभावित ठिकानों पर छापेमारी की लेकिन वह नहीं मिला। अंत में 15 सितंबर को लाजपत नगर मेट्रो स्टेशन के पास से उसे दबोच लिया गया।