तेज आंधी के चलते हवाई सेवा चरमराई, 70 से ज्यादा विमान किए गए डायवर्ट
अधिकारियों ने बताया कि इस दौरान एयरपोर्ट पर 100 किलोमीटर प्रतिघंटे की रफ्तार से हवाएं चलींं।
नई दिल्ली (जेएनएन)। राजधानी दिल्ली में रविवार शाम आई तेज आंधी ने आम जनजीवन अस्तव्यस्त कर दिया। आंधी-तूफान का असर जमीन (सड़क) से लेकर आसमान तक हुआ। जहां सड़कों पर पेड़ों-बिजलों के खंभों के गिरने से हादसे हुए वहीं, दिल्ली एयरपोर्ट पर विमान सेवा चरमरा गई। इस कारण आइजीआइ एयरपोर्ट पर आने वाली 70 से ज्यादा उड़ानों को डायवर्ट कर दिया गया। साथ ही रनवे बंद कर दिए जाने से कई उड़ानें मिनटों की देरी से उड़ीं। इसके कारण यात्रियों को खासी परेशानी झेलनी पड़ी। दिल्ली आ रहीं ज्यादातर उड़ानों को अमृतसर, जयपुर, लखनऊ व देहरादून एयरपोर्ट के लिए डायवर्ट किया गया। इनमें कई विदेश से आने वाली उड़ानें भी थीं। रात 9.30 बजे के बाद भी एयरपोर्ट पर रुक-रुक कर तेज आंधी चल रही थी।
एयरपोर्ट अधिकारी ने बताया कि चूंकि तेज हवा में विमानों को उतारना और उड़ाना खतरनाक होता है। लिहाजा इस दौरान उड़ानों के संचालन में खासी सावधानी बरती जाती है। यात्रियों की सुरक्षा से कोई समझौता नहीं किया जा सकता है। स्थिति को देखते हुए एयरपोर्ट अधिकारी उड़ानों के संचालन संबंधी निर्णय ले रहे हैं। देर रात तक प्रभावित उड़ानों की संख्या और बढ़ने की उम्मीद है। वहीं, दिल्ली का मौसम ठीक होने पर अन्य एयरपोर्ट से उड़ानों को वापस दिल्ली लाने की कार्रवाई की जाएगी।
एयरपोर्ट मौसम विभाग के प्रमुख राजेंद्र जेनामनी के मुताबिक आइजीआइ एयरपोर्ट पर 4.30 बजे से ही तेज आंधी चलनी शुरू हो गई थी। यह सिलसिला रात 7.30 तक बदस्तूर जारी रहा। अधिकारियों ने बताया कि इस दौरान एयरपोर्ट पर 100 किलोमीटर प्रतिघंटे की रफ्तार से हवा चल रही थी।
इस कारण अन्य एयरपोर्टों से आने वाली 50 उड़ानों को डायवर्ट कर अन्य एयरपोर्ट पर भेजा गया। प्रभावित 18 उड़ानों को अमृतसर, 10 को जयपुर, 9 को लखनऊ, 6 को वाराणसी, तीन को देहरादून, तीन को उदयपुर जबकि दो को अन्य एयरपोर्ट के लिए डायवर्ट किया गया। इस दौरान 5.30 से 7.30 बजे के बीच एयरपोर्ट के रनवे को कुछ-कुछ देर के लिए बंद भी किया गया। मौसम में सुधार होने पर रोस्टर में बदलाव के बाद सभी को बारी-बारी से उड़ाया गया।
वहीं, दिल्ली के विभिन्न इलाकों में बड़े पैमाने में पेड़, टीन शेड और बिजली के खंभे गिरे। दक्षिण-पश्चिम जिला क्षेत्र में आंधी की चपेट में आने से 15 लोग घायल हो गए। बड़ी संख्या में पेड़ों के गिरने के कारण लुटियंस दिल्ली से लेकर विभिन्न जिलों में यातायात बाधित रहा। यातायात व नगर निगम की टीमें पेड़ों को हटाने का काम करती रहीं, जिसके कारण कई मार्गो पर यातायात को जल्द ही शुरू कर दिया गया। दक्षिण पश्चिम जिलाधिकारी द्वारा उपलब्ध कराई गई सूचना के तहत जिले में प्रार्थना (5), शालू (23), शिखा (6), डेढ़ साल की दिव्यांशी, वीरेश (18), जितेंद्र (28), सोनू (25), धर्मेद्र (18), अवंतिका (9 माह), प्रीति (22) घायल हुईं। इन्हें समीर हॉस्पिटल और माता सुमित्रा देवी अस्पताल में भर्ती कराया गया है। अकेले नई दिल्ली पालिका परिषद में विभिन्न स्थानों पर 63 पेड़ गिरने की सूचना एनडीएमसी कंट्रोल रूम को मिली। सीपीडब्ल्यूडी कॉलोनी हनुमान रोड पर एक पेड़ गिरा। वहीं, एनडीएमसी के मुख्यालय पालिका केंद्र के गेट नंबर एक के पास भी पेड़ गिरा। इसके अलावा शिवाजी टर्मिनल पर खड़ी बस के ऊपर पेड़ गिर गया। पुलिस के मुताबिक, दिल्ली में 189 स्थानों पर पेड़ गिरने की जानकारी कंट्रोल रूम को मिली है। इसके साथ ही 40 खंभे, 31 टीन शीड और छत के अन्य हिस्से गिरने की भी सूचना है। बिजली के खंभे व पेड़ गिरने के कारण एनडीएमसी इलाके में 5-10 मिनट तक बिजली भी गुल रही।