बाबा लक्खी शाह बंजारा की 444वीं जयंती पर कार्यक्रम आज, अमित शाह होंगे शामिल
444th Birth Anniversary of Baba Lakhi दिल्ली सिख गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी (DSGMC) और अखिल भारतीय बंजारा समाज के सहयोग से बाबा लक्खी शाह बंजारा की 444वीं जयंती पर बुधवार को तालकटोरा स्टेडियम में कार्यक्रम आयोजित होगा। कार्यक्रम में अमित शाह भी शामिल होंगे।
नई दिल्ली, राज्य ब्यूरो। केंद्रीय संस्कृति मंत्रालय की ओर से दिल्ली सिख गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी (डीएसजीएमसी) और अखिल भारतीय बंजारा समाज के सहयोग से बाबा लक्खी शाह बंजारा (Baba Lakhi Shah Banjara) की 444वीं जयंती पर बुधवार को तालकटोरा स्टेडियम में कार्यक्रम आयोजित होगा। कमेटी के अध्यक्ष हरमीत सिंह कालका ने बताया कि केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह (Amit Shah) भी इस कार्यक्रम में शामिल होंगे।
उन्होंने बताया कि पहले गृहमंत्री गुरुद्वारा रकाबगंज साहिब में मत्था टेकेंगे। इसके के बाद स्टेडियम में सांस्कृतिक कार्यक्रम पेश किए जाएंगे। नाटक के माध्यम से भाई लक्खी शाह बंजारा के जीवन की जानकारी दी जाएगी।
डीएसजीएमसी के महासचिव जगदीप सिंह काहलों ने कहा कि इस कार्यक्रम में कई राज्यों के लोग शामिल होंगे। भाई लक्खी शाह बंजारा ने औरंगजेब की परवाह नहीं करते हुए अपने घर को आग लगाकर गुरु साहिब के पावन शरीर का अंतिम संस्कार किया था।
जानें कौन हैं लक्खी शाह बंजारा
बाबा लक्खी शाह बंजारा का जन्म 1580 ईं में मुज्जफरगढ़ पंजाब (अब पाकिस्तान में है) में हुआ था। लक्खी शाह दिल्ली के एक बड़े व्यापारी, सिविल ठेकदार और एक महान योद्धा थे।
कहा जाता है कि लक्खी शाह ने दिल्ली में 4 गांव भी बसाया था। इनमें मालचा, रायसीना, बारहखंबा और नरेला शामिल हैं। ये मध्य एशिया से भारत में वस्तुओं का आयात-निर्यात किया करते थे।
सिख धर्म में लक्खी शाह बंजारा को विशेष स्थान प्राप्त है। बताया जाता है कि 1675 ई. में जब गुरु तेगबहादुर शहीद हो गए थे तो उनके पार्थिव शरीर को मुगलों की सेना से मुक्त कराया था। लक्खी शाह बंजारा की मृत्यु 1680 में हुई थी।