इलेक्ट्रिक वाहनों को बढ़ावा देने के लिए अगले छह माह में 500 चार्जिग प्वाइंट के साथ 100 नए चार्जिग स्टेशन
दिल्ली में ईवी चार्जिग स्टेशन और जागरूकता बढ़ाने की दिशा में अधिक काम होगा। स्विच दिल्ली अभियान के पांचवें सप्ताह में इलेक्टि्रक वाहनों के चार्जिग ढांचे के बारे में जागरूकता बढ़ाने पर अधिक काम होगा। दिल्ली में पहले से ही किसी भी शहर के मुकाबले सबसे अधिक चार्जिग स्टेशन हैं।
राज्य ब्यूरो, नई दिल्ली। दिल्ली में ईवी चार्जिग स्टेशन और जागरूकता बढ़ाने की दिशा में अधिक काम होगा। स्विच दिल्ली अभियान के पांचवें सप्ताह में इलेक्टि्रक वाहनों के चार्जिग ढांचे के बारे में जागरूकता बढ़ाने पर अधिक काम होगा।
परिवहन मंत्री कैलाश गहलोत ने इस बारे में वीडियो जारी कर कहा कि दिल्ली सरकार ने इलेक्टि्रक वाहनों को तेजी से बढ़ावा देने के लिए राजधानी में एक प्रभावी इलेक्टि्रक वाहन (ईवी) चार्जिग बुनियादी ढांचे के निर्माण के लिए व्यापक योजना तैयार की है। हमारे पास पहले से ही शहर में 72 चार्जिग स्टेशन हैं और अगले छह महीने में 500 चार्जिग प्वाइंट के साथ 100 नए चार्जिग स्टेशन आ रहे हैं। उन्होंने कहा कि दिल्ली में पहले से ही भारत के किसी भी शहर के मुकाबले सबसे अधिक चार्जिग स्टेशन हैं।
दिल्लीवासी ईवी की वेबसाइट
राष्ट्रीय राजधानी में सूची और चार्जिग स्थान देख सकते हैं। दिल्ली सरकार का लक्ष्य है कि शहर में हर तीन किमी. पर चार्जिग स्टेशन हो। ईवी को अपनाने और प्रदूषण पर अंकुश लगाने के लिए दिल्ली विद्युत नियामक आयोग (डीईआरसी) ने ईवी चार्ज करने के लिए दरों में कटौती की है। गहलोत ने कहा कि आवासीय चार्जिग स्टेशन को 4.5 रुपये के हिसाब से भुगतान करना होगा, क्योंकि लो टेंशन विद्युत आपूर्ति है।
हाई टेंशन वाले सार्वजनिक चार्जिग स्थान पर चार रुपये की दर से भुगतान करना होगा। यह टैरिफ लोगों को आकर्षित करेंगे। देश भर में ईवी चार्ज करने के लिए दिल्ली में सबसे कम टैरिफ है, जिससे ईवी खरीदने वाले दिल्लीवालों की जेब पर बोझ नहीं पड़ेगा, जिसके परिणामस्वरूप भारी लागत की बचत होगी। राजधानी में कहीं भी ईवी चार्ज सुविधा प्रदान करने के लिए व्यावसायिक इमारतों में सब मीटर लगाने का प्रविधान किया है।
दिल्ली विद्युत नियामक आयोग (डीईआरसी) ने एक नीति को अधिसूचित किया है, जिसमें होटल, माल, मार्केट कांप्लेक्स, सिनेमा हाल, वाणिज्यिक भवन में चार्जिग सुविधा के लिए सब-मीटर लगा सकते हैं और ईवी टैरिफ दर इन पर लागू होगी। यह लोगों को अपने परिसरों में चार्जिग की सुविधा प्रदान करने के लिए प्रोत्साहित करेगा।