लूट के लिए ओला कैब चालक को अगवा कर की थी हत्या
जागरण संवाददाता, नई दिल्ली : सराय काले खां बस अड्डे के पास से नौ अगस्त की रात ओला कैब चालक को अगवा कर हत्या किए जाने के मामले का पर्दाफाश हो गया है।
जागरण संवाददाता, नई दिल्ली : सराय काले खां बस अड्डे के पास से नौ अगस्त की रात ओला कैब चालक को अगवा कर हत्या करने के मामले में पुलिस ने एक आरोपित को गिरफ्तार किया है। उसकी पहचान जितेश कुमार उर्फ कपिल के रूप में हुई है। तीन युवकों ने लूटपाट के मकसद से वारदात को अंजाम दिया था।
आरोपितों को उम्मीद थी कि कैब चालक
मोहम्मद यूसुफ के पास दिन भर की बुकिंग के 15-20 हजार रुपये होंगे। उन्होंने लूटपाट के इरादे से अलवर (राजस्थान) के लिए बुकिंग कराई। आरोपित यूसुफ को मथुरा (उत्तर प्रदेश) की तरफ लेकर गए। कुछ हजार रुपये लूटने के बाद तीनों ने गला घोंटकर युसूफ की हत्या कर दी और शव नहर में फेंक दिया। सात किलोमीटर दूर कैब भी लावारिस छोड़ दी थी।
डीसीपी नूपुर प्रसाद के मुताबिक जितेश औद्योगिक एरिया, भदराबाद, हरिद्वार (उत्तराखंड) का रहने वाला है। उसी ने अपने मोबाइल फोन से ओला कैब की बुकिंग की थी। एसआइ शेखर व हवलदार गिरधारी ने उसे उत्तर प्रदेश के बिजनौर से दबोचा। उसके पास से वारदात में इस्तेमाल फोन बरामद कर लिया गया। दो अन्य आरोपितों की भी पहचान हो गई है। आगरा की अचनेरा चौकी, जहां ओला कैब मिली थी, दोनों वहीं के रहने वाले हैं।
मोहम्मद यूसुफ (40) सदर बाजार के सराय खलील स्थित डीडीए फ्लैट में रहते थे। परिवार में बुजुर्ग पिता (90), पत्नी सलमा और छह साल का बेटा अब्दुल्ला है। यूसुफ ओला से जुड़कर अपनी कैब चलाते थे। नौ अगस्त की रात जब वह सराय काले खा बस अड्डे के पास थे तभी उन्हें अलवर के लिए बुकिंग मिली। वह सवारी लेकर राजस्थान के लिए निकल गए। दिल्ली से अलवर जाने पर करीब दो घटे के पत्नी सलमा की यूसुफ से फोन पर कई बार बात हुई। उन्होंने सलमा को बताया कि वह सुबह चार-पाच बजे तक वापस घर लौट पाएंगे। देर रात यूसुफ का फोन बंद हो जाने पर परिजनों को अनहोनी की चिंता हुई। अगले दिन सुबह भी फोन बंद आने पर पर परिजनों ने सदर बाजार थाने पहुंचकर यूसुफ की गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज कराई। मथुरा पुलिस को 10 अगस्त की सुबह नहर में यूसुफ का शव मिला। 11 अगस्त को अचनेरा, आगरा में कैब मिली। इसके बाद दिल्ली पुलिस को सूचना दी गई। पुलिस ने तफ्तीश करते हुए आरोपित जितेश को दबोचा।