प्रवासी पक्षियों से गुलजार हुआ ओखला पक्षी विहार
ओखला पक्षी विहार में प्रवासी पक्षियों ने दस्तक दे दी है। साइबेरिया से कॉमन टील और नार्दन शॉवलर प्रजाति के पक्षी ओखला पक्षी विहार पहुंच गए हैं। माना जा रहा है कि नवंबर के पहले सप्ताह से अन्य प्रजाति के प्रवासी पक्षी भी विहार में दस्तक दे देंगे।
नोएडा [प्रभात उपाध्याय]। ओखला पक्षी विहार में प्रवासी पक्षियों ने दस्तक दे दी है। साइबेरिया से कॉमन टील और नार्दन शॉवलर प्रजाति के पक्षी ओखला पक्षी विहार पहुंच गए हैं। माना जा रहा है कि नवंबर के पहले सप्ताह से अन्य प्रजाति के प्रवासी पक्षी भी विहार में दस्तक दे देंगे।
आठ हजार किलोमीटर दूर से आते हैं पक्षी
ओखला पक्षी विहार में रूस के साइबेरिया से कॉमन टील और नार्दन शॉवलर प्रजाति के पक्षियों ने अपना डेरा डाला है। ये आठ हजार किलोमीटर से अधिक की यात्रा पूरी कर यहां पहुंचे हैं। विहार में नार्दन शॉवलर प्रजाति के 25 से अधिक पक्षियों को देखा गया है। वहीं कॉमन टील भी 15-20 की संख्या में आए हैं।
समुद्री इलाकों से भी आए मेहमान
समुद्री इलाकों से गल्स और टर्न प्रजाति के पक्षी भी ओखला पक्षी विहार आ गए हैं। हालांकि इस बार सर्दियां देर से शुरू होने की वजह से प्रवासी पक्षियों के आगमन में भी देरी हुई है। पिछली बार अक्टूबर के दूसरे सप्ताह से ही ओखला पक्षी विहार प्रवासी पक्षियों से गुलजार हो गया था। 10 से अधिक प्रजातियों के पक्षी आ गए थे।
पक्षियों के लिए बनाया गया कृत्रिम टापू
ओखला पक्षी विहार के रेंजर ईश्वर चंद ने बताया कि इस बार प्रवासी पक्षी देरी से आ रहे हैं। नवंबर के पहले सप्ताह तक अमेरिका, मंगोलिया, अफगानिस्तान और यूरोप के देशों से प्रवासी पक्षियों के आने की संभावना है। तैयारी पूरी है। झील में कृत्रिम टापू बनाया गया है। साथ ही बल्लियां भी लगाई गई हैं।
चम्मच जैसी चोंच से पहचाना जाता है नार्दन शॉवलर
नार्दन शॉवलर बतख (डक) की प्रजाति का पक्षी है। इसका मूल प्रवास उत्तरी अमेरिका और रूस है। इन देशों में बर्फबारी होने और ठंड बढऩे के बाद यह भारत जैसे अपेक्षाकृत गर्म देशों का रुख करता है। नार्दन शॉवलर को इसकी चम्मच जैसी चोंच के लिए जाना जाता है। इस चोंच से शिकार में मदद मिलती है।
नार्दन शॉवलर इंटरनेशनल यूनियन फॉर कंजरवेशन ऑफ नेचर (आइयूसीएन) की लिस्ट कंसर्न कैटेगरी में शामिल है यानि इसकी ठीक-ठाक संख्या है और कोई खतरा नहीं है। वहीं कॉमन टील भी यूरोपियन बतख की प्रजाति का है। कॉमन टील भी आइयूसीएन की लीस्ट कैटेगरी में शुमार है।
नाम : नार्दन शॉवलर
प्रजाति : बतख (डक)
मूल प्रवास : उत्तरी अमेरिका, रूस
वजन : 600 ग्राम
स्थिति : खतरा नहीं है
नाम : कॉमन टील
प्रजाति : बतख (डक)
मूल प्रवास : यूरोप
वजन : मेल 340 ग्राम, फीमेल 320 ग्राम के आसपास
स्थिति : खतरा नहीं है।