'मार्क्सवाद का अर्धसत्य' से ध्वस्त हुए खोखले बौद्धिक दावे
हंसराज कॉलेज द्वारा वरिष्ठ पत्रकार अनंत विजय की पुस्तक मार्क्सवाद का अर्धसत्य पर चर्चा का आयोजन किया गया।
जागरण संवाददाता, नई दिल्ली: दिल्ली विश्वविद्यालय के हंसराज कॉलेज द्वारा दैनिक जागरण के वरिष्ठ पत्रकार अनंत विजय की पुस्तक 'मार्क्सवाद का अर्धसत्य' पर ऑनलाइन चर्चा का आयोजन किया गया। कार्यक्रम की शुरुआत करते हुए वरिष्ठ सिनेमा आलोचक यतींद्र मिश्र ने कहा कि यह पुस्तक मार्क्सवाद का विरोध नहीं करती, बल्कि मार्क्सवादियों की खोखली बौद्धिकता को ध्वस्त करती है। वहीं, दूसरे वक्ता बहुचर्चित फिल्म समीक्षक विनोद अनुपम ने कहा कि मार्क्सवादी विचारधारा के व्यवहार और सिद्धांत में विचलन है।
इस मौके पर पुस्तक के लेखक अनंत विजय ने वेबिनार में आए प्रश्नों का जबाव देते हुए कहा कि मार्क्सवादी विचारधारा को मुस्लिमों की हितैषी समझा जाता है लेकिन असल में यह सबसे बड़ी दुश्मन है। कार्यक्रम में कॉलेज की प्राचार्या प्रोफेसर रमा शर्मा, युवा आलोचक डॉ.प्रभांशु ओझा, डॉ. महेंद्र प्रजापति समेत विभिन्न विश्वविद्यालयों के लगभग 200 प्राध्यापक, शोधार्थी व विद्यार्थी शामिल हुए।