फैजल के स्कूल की नींव का पत्थर है 'साद की दौलत'
ईडी ने क्राइम ब्रांच से फैजल का आरोप पत्र हासिल कर जांच शुरू कर दी है। ताहिर पर स्पेशल सेल यूएपीए लगा चुकी है अब फैजल पर यूएपीए लगाने की तैयारी चल रही है। जांच एजेंसी यह पता लगा रही है कि अलीम से फैजल के कितने पुराने संबंध हैं। मरकज के कितने पैसे फैजल ने अपने स्कूलों में निवेश किया। दंगे में इसकी क्या भूमिका थी।
राकेश कुमार सिंह, नई दिल्ली
दंगे के मास्टर माइंड फैजल फारुख के राजधानी पब्लिक स्कूल की आलीशान इमारत में मौलाना मुहम्मद साद की दौलत लगी हुई है। यही नहीं फैजल के एक अन्य स्कूल सहित कई और संपत्तियों में भी मौलाना साद ने अपने कालेधन का निवेश अलीम के जरिये किया है। अलीम साद का रिश्तेदार है और विदेशी फंडिंग से लेकर मरकज से जुड़ा पूरा वित्तीय लेनदेन उसी के माध्यम से होता है। अलीम और फैजल फारुख के बीच दंगे के दौरान बार-बार बात होने के सुबूत भी जांच एजेंसियों को काल डिटेल में मिले हैं। पुलिस अधिकारी के मुताबिक अलीम की भतीजी की शादी मौलाना साद के बेटे के साथ होने के बाद वह मरकज में रहने लगा। इसके बाद साद ने मरकज के प्रबंधन का सारा काम भी उसे ही सौंप दिया। फैजल फारुख का मरकज में आने-जाने के दौरान अलीम से संपर्क हुआ। सूत्रों के मुताबिक दोनों में भरोसा कायम हुआ तो अलीम ने उसके स्कूल से लेकर अन्य संपत्तियों में करोड़ों रुपये का निवेश करने के लिए साद को राजी कर लिया। फैजल का शिव विहार तिराहे पर राजधानी पब्लिक स्कूल व वजीराबाद रोड पर विक्टोरिया पब्लिक स्कूल है। इसके अलावा कुछ और स्कूलों व अन्य धंधे में फैजल के जरिये अलीम द्वारा मरकज की रकम को निवेश करने का जांच एजेंसियों को शक है। क्राइम ब्रांच के अलावा स्पेशल सेल व प्रवर्तन निदेशालय भी इन तीनों की जांच कर रहा है। ऐसे में अब जांच एजेंसियां फैजल और मरकज से जुड़े हुए खातों की जांच में जुटी हुई हैं।
क्राइम ब्रांच द्वारा गत दिनों फैजल के खिलाफ दायर आरोप पत्र में उसके ताहिर हुसैन, देवबंद के मुस्लिम युवकों, मरकज प्रमुख, उमर खालिद, खालिद सैफी, पीएफआइ व पिजरा तोड़ संगठन की छात्राओं से जुड़े होने का दावा भी किया गया है। वहीं ईडी ने क्राइम ब्रांच से फैजल का आरोप पत्र लेकर उसकी भी जांच शुरू कर दी है। ताहिर पर स्पेशल सेल यूएपीए लगा चुकी है अब फैजल पर यूएपीए लगाने की तैयारी चल रही है। अलीम की कोठी में भी लगी साद की संपत्ति
फैजल फारुख ही नहीं मौलाना मुहम्मद साद ने राजधानी में कई अन्य जगह भी बेनामी संपत्ति अर्जित की है। जाकिर नगर स्थित जिस आलीशान कोठी में मौलाना साद पिछले तीन महीने से छिपा हुआ है। वह कोठी वैसे तो अलीम की है, लेकिन जांच एजेंसियों का दावा है कि इसमें पूरा पैसा मौलाना साद का ही लगा हुआ है। इसी तरह अन्य स्थानों पर भी उसकी करोड़ों रुपये की बेनामी संपत्ति है।