सरकारी रुपयों की बर्बादी को दर्शा रहे निगम के शौचालय
जागरण संवाददाता, पश्चिमी दिल्ली : स्वच्छता अभियान को कारगर बनाने के लिए दक्षिणी दिल्ली नगर निगम
जागरण संवाददाता, पश्चिमी दिल्ली : स्वच्छता अभियान को कारगर बनाने के लिए दक्षिणी दिल्ली नगर निगम की ओर से हर वार्ड में मुख्य जगहों पर शौचालय बनाए गए, लेकिन हकीकत कुछ और ही बयां करती नजर आती है। महीनों बीत जाने के बाद भी कई जगह शौचालय का निर्माण कार्य अभी भी जारी है। जो शौचालय बनकर तैयार हैं उनका उद्घाटन होने के बाद भी उन पर ताले लटके हुए हैं। कई शौचालयों में बिजली व पानी की व्यवस्था अब तक नहीं की गई है। ऐसे में लोगों को निगम की यह योजना भी एक धोखे जैसी ही प्रतीत हो रही है। लोगों को लगने लगा है कि करोड़ों रुपयों के खर्च के बाद कहीं इन शौचालयों का हाल भी पुराने शौचालयों की तरह न हो जाए।
द्वारका सेक्टर-एक चौराहे के पास मंगलापुरी में बने शौचालय को बनने के बाद भी शुरू नहीं किया गया। फुटपाथ के बाद अब लोगों ने शौचालय का कुछ हिस्सा घेर लिया है। लोगों ने शौचालय के आगे मटके सजा कर व्यापार शुरू कर दिया है।
पूछताछ में उन्हीं लोगों ने बताया कि शौचालय की चारदीवारी का काम भले ही पूरा हो गया हो, लेकिन यहां बिजली और पानी की कोई व्यवस्था अभी तक नहीं की गई है, वहीं सड़क पर भी रोशनी की कोई व्यवस्था नहीं है। ऐसे में शाम होते ही यह असामाजिक तत्वों का जमावड़ा लग जाता है। लोग यहां बैठ नशा करते है। शौचालय के एक तरफ भारत सरकार की डिस्पेंसरी है तो वहीं दूसरी तरफ बस शेल्टर। असामाजिक तत्वों के कारण लोग काफी असुरक्षित महसूस करते है। सरकारी लापरवाही के कारण शौचालय के अंदर लगा सामान क्षतिग्रस्त हो रहा है। शौचालय बंद होने के कारण लोग दरवाजे पर ही शौच कर चलते बनते है। इस कारण यहां बदबू व गंदगी से बुरा हाल है। शिकायत पर जनप्रतिनिधि शौचालयों को जल्द शुरू करने का आश्वासन देकर भूल जाते हैं। समस्या दिन प्रतिदिन बदतर होती जा रही है।