पूर्णाहुति के साथ हुआ महायज्ञ का समापन
जासं, नई दिल्ली : लाल किला परिसर में आयोजित राष्ट्र रक्षा महायज्ञ के आठवें और अंतिम दिन रविवा
जासं, नई दिल्ली : लाल किला परिसर में आयोजित राष्ट्र रक्षा महायज्ञ के आठवें और अंतिम दिन रविवार को 1111 पंडितों ने पूर्णाहुति दी। इसके साथ ही यज्ञ का समापन हो गया। अवकाश का दिन होने के कारण हजारों की संख्या में श्रद्धालु यहां पहुंचे। भाजपा प्रदेश अध्यक्ष मनोज तिवारी, सासद डॉ. उदित राज, भाजपा के राष्ट्रीय प्रवक्ता डॉ. संबित पात्रा और दिल्ली विधानसभा में विपक्ष के नेता विजेंद्र गुप्ता अंतिम दिन यहां पहुंचे और हवन किया। महायज्ञ के अंतिम दिन विद्वानों द्वारा समस्त विश्व के कल्याण के लिए हवन किया गया और भारत माता की जय के जयकारे भी लगाए गए।
महायज्ञ के उपाचार्य पं. रवि मोहन मिश्रा ने कहा कि महायज्ञ करने से संपूर्ण जीव का विकास होता है चाहे वह प्राकृतिक रूप में हो या सास्कारिक रूप में। यज्ञ भौतिक और आध्यात्मिक गुणों का प्रतीक है और आदिकाल से ही महायज्ञ का आयोजन मानव कल्याण के लिए होते आया है।
श्रीराम का जन्म भी यज्ञ से ही हुआ था और उन्होंने भी यज्ञ कि महत्ता को समझते हुए अश्वमेध महायज्ञ कराया था। संध्याकाल में भारत माता की आरती के बाद कलाकारों द्वारा रंगारंग सांस्कृतिक कार्यक्रमों की प्रस्तुति दी गई जिसने भक्तों को झूमने पर मजबूर कर दिया।