महाशिवरात्रि आज, गूंजेंगे बम-बम भोले के जयकारे
महाशिवरात्री का पर्व मनाने के लिए यमुनापार के मंदिरों में विशेष तैयारियां की गई हैं। शिवालय बम बम भोले के जयकारों से गूंज उठेंगे। भोर से ही श्रद्धालुओं के लिए मंदिरों के कपाट खोल दिए जाएंगे। जो प्रमुख मंदिर है, वहां पर श्रद्धालुओं की संख्या को देखते हुए लकड़ी के बैरिकेड लगाए गए हैं, ताकि श्रद्धालु आराम से मंदिर में जाकर जलाभिषेक करके पूजा कर सकें।
जागरण संवाददाता, पूर्वी दिल्ली : महाशिवरात्रि बृहस्पतिवार को है। इसके मद्देनजर यमुनापार के मंदिरों में विशेष तैयारियां की गई हैं। शिव भक्तों की संभावित बहुतायत संख्या को देखते हुए अलसुबह ही मंदिरों के कपाट खोल दिए जाएंगे। प्रमुख मंदिरों सुरक्षा के मद्देनजर लकड़ी से घेराव भी किया बनाया गया है, ताकि श्रद्धालु कतारबद्ध होकर मंदिर में प्रवेश कर जलाभिषेक कर सकें। मंदिरों में विशेष तौर पर रुद्राभिषेक भी किया जाएगा और सुबह से ही भंडारों का दौर भी चलेगा।
प्रीत विहार स्थित गुफा वाला मंदिर, मयूर विहार के नीलम माता मंदिर, शाहदरा में बने श्री राजमाता झंडे वाला मंदिर, यमुना विहार के कांवड़ मंदिर में भारी तादात में श्रद्धालु पहुंचते हैं। नीलम माता मंदिर के सेवादार प्रेम शर्मा ने बताया कि सुरक्षा के मद्देनजर मंदिर के बाहर पुलिस के साथ ही वालंटियर भी तैनात रहेंगे।
श्री राजमाता झंडेवाला मंदिर के महाराज राजेश्वरानंद ने बताया कि तीन बजे मंदिर का कपाट खुल जाएगा। पहले जलाभिषेक किया जाएगा, उसके बाद रुद्राभिषेक होगा। मंदिर के बाहर कांवड़ियों और आम श्रद्धालुओं के लिए अलग-अलग कतार होगी। कांवड़ियों को ओम धारण करवाया जाएगा। साथ ही शिव महापुराण पाठ के साथ-साथ शिव बारात भी निकाली जाएगी। वहीं, यमुना विहार स्थित श्री शिव शक्ति मंदिर के पुजारी कौशल पांडेय ने बताया कि सुबह छह बजे से जलाभिषेक शुरू हो जाएगा। विशेष पूजन होगा। उसके बाद 12 बजे रुद्राभिषेक किया जाएगा।
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डाक कांवड़िये भी पहुंचे शिविर और मंदिर
बुधवार को सड़कों पर डाक कांवड़ियों की संख्या ज्यादा देखने को मिली। शायद ही कोई ऐसी सड़क होगी, जहां डाक कांवड़ न हों। बुधवार देर रात तक सामान्य व डाक कांवड़िये शिविर व मंदिरों तक पहुंचते रहे। देर रात कांवड़ शिविर भर गए थे। सांसद मनोज तिवारी भी कांवड़ शिविरों में पहुंचे और सांस्कृतिक कार्यक्रम देखकर कलाकारों व आयोजकों की तारीफ की। उन्होंने खुद भी भोले के भजन सुनाए। तिवारी ने कहा कि भगवान शंकर की मूर्ति स्थापना जहां भी की जाती है, उनका परिवार भी उनके साथ उसी स्थान पर स्थापित किया जाता है। इसलिए भगवान शंकर की आराधना से सभी मनोकामनाएं पूरी होती हैं। इस दौरान अजय महावर, कैलाश जैन, राजेन्द्र अग्रवाल, प्रमोद गुप्ता, आनंद त्रिवेदी, डॉ. यूके चौधरी भी मौजूद रहे।