लाल किला को गोद देने के विरोध में चंदा एकत्रित किया
जागरण संवाददाता, नई दिल्ली : केंद्र सरकार द्वारा लाल किला को निजी कंपनी डालमिया भारत को गोद द
जागरण संवाददाता, नई दिल्ली : केंद्र सरकार द्वारा लाल किला को निजी कंपनी डालमिया भारत को गोद देने के फैसले के विरोध में दिव्या चेतना समिति व कांग्रेस के कार्यकर्ताओं ने अनूठा विरोध प्रदर्शन किया। कार्यकर्ताओं ने लाल किला के सामने लोगों से मुगलकालीन ऐतिहासिक धरोहर को बचाने के लिए चंदा मांगा। उन्होंने हर किसी से एक रुपये देने की पेशकश की। आने-जाने वाले लोगों के साथ बसों और ई-रिक्शा में बैठे लोगों को भी इस चिंता में शामिल किया और उनसे भी चंदा वसूला।
अभियान की शुरुआत करने वाले कांग्रेस के चांदनी चौक के प्रवक्ता राहुल शर्मा ने कहा कि वर्ष 2013-14 में लाल किले की टिकट बिक्री से छह करोड़ 15 लाख की आय हुई थी जो चार साल बाद बढ़कर तकरीबन 18 करोड़ पहुंच चुकी होगी। ऐसे में धरोहरों को गोद देने का फैसला कारपोरेट घराने को फायदा पहुंचाने वाला है। उन्होंने कहा कि देश में सवा सौ करोड़ लोग हैं। हर कोई एक रुपये भी देगा तो सवा सौ करोड़ रुपये इकट्ठा हो जाएंगे। उन्होंने कहा कि जब तक सरकार अपना फैसला वापस नहीं ले लेती है, तब तक यह अभियान चलेगा। वहीं, एकत्रित हुआ पैसा प्रधानमंत्री राहत कोष में जमा किया जाएगा।
विरोध प्रदर्शन में कांग्रेस के दिल्ली के सचिव मो. तैयब समेत अन्य कार्यकर्ता भी उपस्थित रहे। तैयब ने कहा कि लाल किला की प्राचीर से देश को बचाने का दावा करने वाले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अब देश की धरोहरों को गिरवी रखना शुरू कर दिया है। विरोध प्रदर्शन में नरेंद्रपाल सिंह, आयुष शर्मा, नीरज चोपड़ा, योगेश गुप्ता, इमरान, संदीप शर्मा, अभय कुमार समेत अन्य शामिल रहे।