कला उत्सव में बच्चों ने दिखाई प्रतिभा
जागरण संवाददाता, नई दिल्ली : राष्ट्रीय बाल भवन में आयोजित कला उत्सव 2018 में देश के विभिन्न राज्य
जागरण संवाददाता, नई दिल्ली : राष्ट्रीय बाल भवन में आयोजित कला उत्सव 2018 में देश के विभिन्न राज्यों से पहुंचे छात्रों ने अपनी प्रतिभा का परिचय दिया। विजेताओं की सूची आज जारी होगी, जिसके बाद विजेताओं को प्रशस्ति पत्र के साथ धनराशि भी दी जाएगी।
बाल भवन में तीन दिवसीय कला उत्सव का आयोजन किया गया था। इसमें संगीत, संगीत वाद्य वादन, नृत्य व चित्रकला में छात्रों ने अपनी प्रतिभा से लोगों को रूबरू कराया। कर्नाटक को छोड़कर सभी राज्यों, केंद्र शासित प्रदेशों व केंद्रीय विद्यालय संगठनों और नवोदय विद्यालय के 350 से अधिक छात्रों ने हिस्सा लिया। छात्रों के साथ उनके शिक्षक व अनुरक्षक भी उत्सव में पहुंचे थे। प्रत्येक वर्ग की प्रस्तुति के लिए राज्य से चुनकर एक छात्र व एक छात्रा पहुंची थी। इस दौरान छात्रों ने अपने राज्यों की विलुप्त होती संस्कृति व कला को बखूबी पेश किया। गुजरात से पहुंचे छात्रों ने जहां गुलाम अली की चुपके चुपके गजल की प्रस्तुति दी। वहीं, झारखंड के छात्रों ने आदिवासी स्वतंत्रता सेनानी बिरसा मुंडा के जीवन पर आधारित चित्रकला से लेकर नृत्य तक में उनकी जीवनी उतार कर लोगों को स्तब्ध कर दिया। कुछ छात्रों ने तबले पर जबरदस्त संगत देकर निर्णायक मंडल की खूब तालियां बटोरी।
कोई गिटार तो कोई तबला लेकर पहुंचा कला उत्सव में
कला उत्सव में भाग लेने के लिए पहुंचे छात्रों में पुरानी संगीत संस्कृति को जिंदा रखते हुए कोई सितार लेकर पहुंचा था तो कोई गिटार। कोई ढोलक के साथ तो कोई तबले पर संगत देकर अपनी कला का परिचय दे रहा था। इस दौरान राजस्थान से सितार से लेकर पहुंचे एक छात्र ने बताया कि सितार हमारी पुरानी संगीत शैली को दर्शाता है।