थरूर ने कहा-'भगत सिंह-सा है कन्हैया', BJP ने बताया शहीद-ए-आजम का अपमान
कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और पूर्व केंद्रीय मंत्री शशि थरूर ने रविवार रात जेएनयू में विवादित बयान दिया है। उन्होंने कन्हैया को आज का भगत सिंह बताते हुए कहा कि राष्ट्रवाद अब इससे तय किया जाता है कोई व्यक्ति ‘भारत माता की जय’ कहता है या नहीं।
नई दिल्ली। जवाहर लाल नेहरू विश्वविद्यालय (जेएनयू) के मुद्दे पर भाजपा को आड़े हाथों लेते हुए कांग्रेस नेता शशि थरूर ने रविवार रात में कहा कि राष्ट्रवाद अब केवल इससे तय किया जाता है कि कोई व्यक्ति ‘भारत माता की जय’ कहता है या नहीं। इतनी ही नहीं, शशि थरूर ने जेएनयू में कथित देशद्रोही नारे लगाने के आरोपी कन्हैया को आज का भगत सिंह बताया।
शशि थरूर के बयान पर आपत्ति जताते हुए भाजपा प्रवक्ता ने कहा था कि देशद्रोह के आरोपी कन्हैया को भगत सिंह बताना शहीद-ए-आजम का अपमान है। इस पर कन्हैया को भगत सिंह बताने के बाद आलोचनाओं का सामने कर रहे कांग्रेस नेता शशि थरूर पलटवार किया है।
उन्होंने कन्हैया की तुलना शहीद-ए-आजम से करने पर कहा कि भगत सिंह और कन्हैया के हालात अलग है, लेकिन कन्हैया में भगत सिंह जैसे गुण हैं। उन्होंने कहा कि भगत सिंह मार्क्सवादी विचारधारा के समर्थक थे।
वहीं, कांग्रेस के वरिष्ठ नेता व जम्मू कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री गुलाम नबी आजाद ने शशि थरूर के बयान पर कहा कि भगत सिंह जैसा तो कोई हो ही नहीं सकता है।
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शशि थरूर ने कल रात जेएनयू में कार्यक्रम के दौरान कहा था कि भारत माता की जय नारे लगाने या नहीं लगाने का अधिकार लोगों को होना चाहिए, क्योंकि लोकतंत्र में लोगों जो सही लगता है, उसे चुनने का अधिकार होना चाहिए।
थरूर ने कहा कि दूसरों के विचारों को सहन किया जाना चाहिए। थरूर ने कहा कि आजकल राष्ट्रवाद इससे तय होता है कि कोई व्यक्ति ‘भारत माता की जय’ कहता है या नहीं। मुझे यह कहने में खुशी है, लेकिन क्या हमें सभी को ऐसा कहने के लिए मजबूर करना चाहिए।’
थरूर ने महाराष्ट्र विधानसाभा में एमआईएम विधायक वारिस पठान के भारत माता की जय बोलने से इन्कार करने पर सदन से उनके निलंबन को भी गलत ठहराया।