जामिया की छात्राओं ने सुरक्षा व्यवस्था पर खड़े किए सवाल
जागरण संवाददाता, नई दिल्ली : जामिया मिल्लिया इस्लामिया विश्वविद्यालय की छात्राओं ने मौजूदा सुरक्षा व्
जागरण संवाददाता, नई दिल्ली : जामिया मिलिया इस्लामिया की छात्राओं ने मौजूदा सुरक्षा व्यवस्था पर सवाल खड़े किए हैं। इसी के साथ विश्वविद्यालय प्रशासन, दिल्ली पुलिस और निगम को कठघरे में खड़ा किया है। रविवार की शाम एक छात्रा से छेड़छाड़ होने की घटना से छात्राएं आक्रोशित हैं।
जामिया की छात्रा के साथ रविवार की शाम 7 बजे नशे में धुत एक शख्स ने छेड़छाड़ की थी। पीड़िता ने पुलिस में शिकायत नहीं दी, लेकिन घटना को लेकर छात्राएं नाराज हैं। उन्होंने विवि प्रशासन, दिल्ली पुलिस व निगम की कार्यप्रणाली पर सवाल उठाए हैं। छात्राओं का कहना है कि जामिया के छह छात्रावासों में करीब दो हजार छात्राएं रहती हैं। इनके आसपास रोशनी व सुरक्षा की बेहद खराब व्यवस्था है। जामिया के कुलपति के लॉज के सामने ही तिकोना पार्क है। वहां से पुराने महिला छात्रावास का रास्ता भी गुजरता है। यहां पर्याप्त रोशनी न होने से आए दिन नशे में धुत लोग छात्राओं के साथ छेड़छाड़ करते हैं। झपटमारी की घटनाएं भी होती हैं।
जामिया के पीआरओ अहमद अजीम ने कहा कि रविवार को घटना छात्रावास परिसर के बाहर हुई है। हमने सभी छात्रावासों में तीन-तीन गार्ड तैनात कर रखे हैं। मुख्य सड़क पर कई बार छात्राओं के साथ और अन्य महिलाओं के साथ झपटमारी और छेड़छाड़ की घटनाएं होती रही हैं। कुलसचिव ने दिल्ली पुलिस के अधिकारियों को कई बार पत्र भी लिखा है कि यहां पर ज्यादा पेट्रोलिंग की जरूरत है। रोशनी के प्रबंध की जिम्मेदारी दक्षिणी दिल्ली निगम को भी कई बार लिखा जा चुका है।
निगम ने कहा, करेंगे रोशनी की व्यवस्था
दक्षिणी दिल्ली निगम के मध्य जोन के उपायुक्त रमेश कुमार ने कहा कि जामिया छात्रावास के इलाके में यदि समस्या है तो वहां तुरंत व्यवस्था की जाएगी।
वहीं दिल्ली पुलिस के दक्षिणी दिल्ली के उपायुक्त चिन्मय बिश्वाल ने कहा कि जहां भी जरूरत पड़ती है, पुलिस पेट्रोलिंग बढ़ाई जाती है। हम विश्वविद्यालय परिसर के आसपास की सुरक्षा व्यवस्था को बेहतर बनाने के लिए प्रतिबद्ध हैं। जामिया विश्वविद्यालय के आसपास बाइक पेट्रोलिंग बढ़ाई जाएगी।