Jama Masjid Case: गैंगस्टर हाशिम बाबा का शूटर गिरफ्तार, शहजाद उर्फ समीर ने इस तरह दिया था वारदात को अंजाम
23 अप्रैल को जामा मस्जिद इलाके में शहजाद उर्फ आसिफ उर्फ समीर का फुरकान उर्फ भूरा से ई-रिक्शा किराए पर लेने को लेकर झगड़ा हुआ था। 28 अप्रैल को हाशिम बाबा जब जेल से पेशी पर पटियाला हाउस कोर्ट आया था तब शहजाद उससे अपने साथियों के साथ मिला था।
नई दिल्ली, जागरण संवाददाता। जामा मस्जिद इलाके में हुई हत्या के मामले में वांछित बदमाश शहजाद उर्फ समीर को क्राइम ब्रांच ने गिरफ्तार कर लिया है। वह कुख्यात गैंगस्टर हाशिम बाबा का शूटर है। उस पर पहले के दो आपराधिक मामले दर्ज हैं। विशेष आयुक्त क्राइम ब्रांच रवींद्र सिंह यादव के मुताबिक शहजाद इंदिरा विहार का रहने वाला है।
23 अप्रैल को कबूतर मार्केट, जामा मस्जिद इलाके में शहजाद उर्फ आसिफ उर्फ समीर का फुरकान उर्फ भूरा से ई-रिक्शा किराए पर लेने को लेकर झगड़ा हुआ था। 28 अप्रैल को हाशिम बाबा जब जेल से पेशी पर पटियाला हाउस कोर्ट आया था, तब शहजाद उससे अपने साथियों के साथ मिला था। इसके बाद हाशिम बाबा के निर्देश पर वह अपने तीन साथियों के साथ कबूतर बाजार पहुंचकर फुरकान के भाई इमरान को गोली मार हत्या कर दी थी।
वारदात के बाद सभी फरार हो गए थे। जामा मस्जिद थाना पुलिस ने हत्या का मुकदमा दर्ज कर लिया था। डीसीपी क्राइम ब्रांच अंकित सिंह व एसीपी सुशील कुमार के नेतृत्व में इंस्पेक्टर राजीव बमल, एसआइ नरेश कुमार, एएसआइ रोहित सोलंकी, हवलदार गुरुवेंद्र, यूनुस परवेज, तेज प्रताप और सोमेश की टीम ने हाशिम बाबा गिरोह के बदमाशों के मोबाइल नंबरों की जांच कर वारदात में शामिल शहजाद को सोमवार को दिल्ली कैंट रेलवे स्टेशन के पास से गिरफ्तार कर लिया।
पूछताछ में उसने बताया कि वह हाशिम बाबा गिरोह के लिए काम करता है और आमतौर पर जामा मस्जिद इलाके में पक्षियों की खरीद-बिक्री के लिए जाता था। 23 अप्रैल को जब वह अपने बेटे के साथ कबूतर बाजार में मौजूद था तभी फुरकान ने ई-रिक्शा किराए पर लेने के मुद्दे पर उसके बेटे को पीट दिया था। इससे शहजाद अपमानित महसूस करने लगा था। उसने बदला लेने की साजिश रची।