जीवन का मूल मंत्र लेकर लौटे छात्र और अभिभावक
जागरण संवाददाता, नई दिल्ली : उत्साह, उम्मीदों से भरे दैनिक जागरण के यंग अचीवर्स एक्सीलेंस अवार्ड-2
जागरण संवाददाता, नई दिल्ली : उत्साह, उम्मीदों से भरे दैनिक जागरण के यंग अचीवर्स एक्सीलेंस अवार्ड-2018 समारोह में छात्र-छात्राओं के साथ उनके अभिभावक भी करियर व जीवन का मूल मंत्र लेकर लौटे। उनके चेहरों पर संतुष्टि और खुशी का भाव साफ झलक रहा था। बोर्ड परीक्षा परिणामों के बाद जिस तरीके से अंकों के खेल में दोनों में करियर को लेकर चिंता की स्थिति है, उसमें यह समारोह उन्हें सही रास्ता बताने और नई ऊर्जा भरने में सहायक सिद्ध हुआ।
करियर विशेषज्ञों व सफल लोगों ने जिस प्रकार उनके सामने सफलता का मूल सार रखा और विद्यार्थियों को खुद की प्रतिभा को पहचानकर करियर बनाने पर जोर दिया, उससे ऊहापोह की धुंध काफी हद तक साफ हो गई। अभिभावकों को भी संदेश मिला कि वे बच्चों पर खुद के सपने न थोपें, बल्कि करियर का चयन उन्हें खुद करने दें। इसमें उनका सहायक बनें। इससे कई अभिभावकों के सामने तस्वीर भी स्पष्ट हो गई कि उन्हें आगे अपने बच्चे से कैसे पेश आना है। :::::::::::::
सुबह से ही पहुंचने लगे थे छात्र-अभिभावक
समारोह को लेकर छात्र व अभिभावकों में काफी क्रेज देखने को मिला। सुबह से ही लोग मावलंकर हॉल में जुटने लग गए थे। दिल्ली के विभिन्न स्कूलों के साथ ही हरियाणा के विभिन्न जिलों से भी विद्यार्थी पहुंचे थे और कई स्कूलों के अध्यापक भी उनके साथ आए थे। पूरा हॉल खचाखच भरा था। जिन्हें जगह नहीं मिल पाई, वे खड़े रहकर ही इस समारोह के गवाह बने। ::::::::::::::
पुरस्कृत होकर मिली ऊर्जा
लगन और मेहनत का पुरस्कार पाकर विद्यार्थी काफी खुश हुए। यह खुशी उनके माता-पिता और अध्यापकों के चेहरे पर भी साफ देखने को मिल रही थी। तालियों की गड़गड़ाहट के बीच 75 फीसद से अधिक अंक पाए विद्यार्थियों को सम्मानित किया जा रहा था। ऐसे में बच्चों में गु्रप फोटो के साथ सेल्फी की भी होड़ देखने को मिली। :::::::::::::
मनोज तिवारी के गानों ने भरा जोश
दिल्ली भाजपा के अध्यक्ष मनोज तिवारी जब विद्यार्थियों के बीच पहुंचे तो वह खुली किताब की तरह थे। उन्होंने बनारस में अपने संघर्ष, अंग्रेजी का कम ज्ञान व करियर में भटकाव जैसे विषयों को बेबाकी से रखा। विद्यार्थी यह जानकर चकित थे कि 10वीं में उन्हें मात्र 46 फीसद और 12वीं में मात्र 56 फीसद अंक मिले थे। तब भी बनारस ¨हदू विश्वविद्यालय की प्रवेश परीक्षा में उन्होंने शीर्ष 10 छात्रों में स्थान बनाया था। उन्होंने कहा कि किसी एक परीक्षा में कम अंक पाना, जीवन में असफलता का पैमाना नहीं है। वह भी अध्यापक बनने की कोशिश में थे और उसके लिए कोर्स किया, जबकि सात साल बाद उन्हें इसका भान हुआ कि उनके लिए तो भगवान ने कुछ और तय किया है। वह अभी तक साढ़े चार हजार गाने गा चुके हैं। गायकी के माध्यम से भी उन्होंने विद्यार्थियों और अभिभावकों का मनोरंजन करने के साथ उनका मार्गदर्शन किया। उन्होंने विद्यार्थियों से मौका मिलने पर राजनीति में आने का भी आग्रह किया। उन्होंने कहा कि आज देश में नई ऊर्जा के लिए आपकी जरूरत है। हर राजनीतिज्ञ बुरा नहीं है।
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प्रधानमंत्री के एग्जाम वॉरियर्स की गूंज
परीक्षा और जीवन में सफलता के सही मंत्र को लेकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा लिखे एग्जाम वॉरियर्स की गूंज मावलंकर हाल में भी सुनाई पड़ी। मनोज तिवारी ने जब इसका जिक्र करते हुए बच्चों से इसे पढ़ने के बारे में पूछा तो कई बच्चों ने हाथ उठाकर बताया कि उन्होंने इसे पढ़ा है। हस्तियों के साथ सेल्फी
विद्यार्थियों और अभिभावकों में मनोज तिवारी के साथ ही यूपीएससी की परीक्षा में 15वां स्थान पाने वालीं शिवानी गोयल के साथ सेल्फी लेने की होड़ देखने को मिली। दोनों अतिथि भी लोगों से घुले मिले नजर आए।