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देश की नामी यूनिवर्सिटी की परीक्षा में पूछा गया 'सांप्रदायिक' सवाल, पढ़िये- पूरा मामला

मंत्री मनीष सिसोदिया ने कहा कि मीडिया के जरिये मेरे पास यह जानकारी आई है। उन्होंने कहा कि इस तरह का निंदनीय सवाल जो साप्रदायिक सौहार्द को खराब कर सकता है?

By Edited By: Published: Tue, 11 Dec 2018 10:00 PM (IST)Updated: Wed, 12 Dec 2018 10:45 AM (IST)
देश की नामी यूनिवर्सिटी की परीक्षा में पूछा गया 'सांप्रदायिक' सवाल, पढ़िये- पूरा मामला
देश की नामी यूनिवर्सिटी की परीक्षा में पूछा गया 'सांप्रदायिक' सवाल, पढ़िये- पूरा मामला

नई दिल्ली, जेएनएन। दिल्ली में सत्तासीन आम आदमी पार्टी (AAP) सरकार के अधीन गुरु गोबिंद सिंह इंद्रप्रस्थ विश्वविद्यालय के लॉ के तीसरे सेमेस्टर की परीक्षा में विवादित प्रश्न पूछे जाने पर उपमुख्यमंत्री एवं शिक्षा मंत्री मनीष सिसोदिया ने जाच के आदेश दिए हैं। इस सवाल को सुप्रीम कोर्ट के वकील बिलाल अनवर खान ने अपने ट्विटर अकाउंट पर साझा किया है। उन्होंने विश्वविद्यालय और कॉलेज से भी ईमेल भेजकर सवाल पूछा है।

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ये पूछा था सवाल - अहमद एक मुस्लिम है और रोहित, तुषार, मानव और राहुल की उपस्थिति में एक गाय को मारता है, जो हिंदू हैं। क्या अहमद ने कोई अपराध किया है? यह विश्वविद्यालय के कानून छात्रों के के 7 दिसंबर को आयोजित तीसरे सेमेस्टर की परीक्षा के प्रश्नों में से एक था। विश्वविद्यालय से संबद्ध नरेला के लॉ कॉलेज में आयोजित परीक्षा में यह सवाल पूछा गया था।

वहीं, इस पर कॉलेज का कहना है कि प्रश्नपत्र विश्वविद्यालय की तरफ से आए थे। रजिस्ट्रार ने मागी माफी दैनिक जागरण ने विश्वविद्यालय के रजिस्ट्रार सतनाम सिंह से इस मामले में सवाल किया तो उन्होंने कहा कि इस सवाल पर हम माफी मागते हैं। हमारी गलती है तो हमें माफी मागने से गुरेज नहीं करना चाहिए। हम मामले मे जिम्मेदार व्यक्ति पर कार्रवाई करेंगे।

10 दिनों में देंगे रिपोर्ट
विश्वविद्यालय के जनसंपर्क अधिकारी नलिनी रंजन ने कहा कि संस्थान की तरफ से 205 - अपराध के कानून की परीक्षा (लॉ ऑफ क्राइम) में यह सवाल पूछे गए थे। सभी मुद्दों को देखा जाएगा और 10 दिनों के अंदर जांच समिति रिपोर्ट देगी।

पांच दिनों में स्टेटस रिपोर्ट देने के शिक्षा मंत्री ने दिए आदेश
मंत्री मनीष सिसोदिया ने कहा कि मीडिया के जरिये मेरे पास यह जानकारी आई है। उन्होंने कहा कि इस तरह का निंदनीय सवाल जो साप्रदायिक सौहार्द को खराब कर सकता है, कैसे किसी परीक्षा में पूछा जा सकता है? यह काफी गंभीर मुद्दा है जिसे बर्दाश्त नहीं किया जा सकता है। उन्होंने उच्च शिक्षा सचिव को मामले की जाच कर पाच दिनों के भीतर स्टेटस रिपोर्ट देने के आदेश दिए हैं।

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