दाह संस्कार की राख में संक्रमण की होगी जांच
दिल्ली में कोरोना के मरीजों के अंतिम संस्कार से निकलने वाली राख कहीं संक्रमण का कारण तो नहीं है इसकी जांच कराई जाएगी। उत्तरी दिल्ली नगर निगम ने इस संबंध में जांच कराने के निर्देश दिए हैं। जिसके बाद जल्द ही राख के नमूने लेकर जांच कराई जाएगी। जांच कैसे और कहां होगी इसके लिए निगम का स्वास्थ्य विभाग विभिन्न एजेंसियों से सुझाव मांग रहा है।
जागरण संवाददाता, नई दिल्ली:
दिल्ली में कोरोना के मरीजों के अंतिम संस्कार से निकलने वाली राख कहीं संक्रमण का कारण तो नहीं है, इसकी जांच कराई जाएगी। उत्तरी दिल्ली नगर निगम ने इस संबंध में जांच कराने के निर्देश दिए हैं। जिसके बाद जल्द ही राख के नमूने लेकर जांच कराई जाएगी। जांच कैसे और कहां होगी इसके लिए निगम का स्वास्थ्य विभाग विभिन्न एजेंसियों से सुझाव मांग रहा है।
दरअसल, निगम ने सीएनजी और बिजली के साथ कोरोना से मृत व्यक्ति के दाह संस्कार को लकड़ी से भी करने की अनुमति दी है। इसके बाद कई सामाजिक कार्यकर्ताओं ने इस पर आपत्ति जाहिर की है। साथ ही लकड़ी राख और अग्नि से संक्रमण होने का दावा भी किया था। इसके बाद निगम ने इस भ्रम की स्थिति को दूर करने के लिए जांच का फैसला लिया है।
उत्तरी दिल्ली नगर निगम के स्थायी समिति के अध्यक्ष जय प्रकाश ने बृहस्पतिवार को पूर्वी और दक्षिणी दिल्ली नगर निगम की स्थायी समिति के अध्यक्ष संदीप कपूर और भूपेंद्र गुप्ता के साथ बैठक की। बैठक में राख की जांच का फैसला लिया गया। जय प्रकाश ने बताया निगम अधिकारियों को दाह संस्कार के बाद राख से संक्रमण फैलता है या नहीं इसकी जांच कराने के निर्देश दिए गए हैं। उन्होंने केजरीवाल सरकार से दिल्ली के विभिन्न श्मशान घाटों पर सीएनजी प्लेटफॉर्म की व्यवस्था करने की मांग की ताकि श्मशान घाटों पर कार्यरत कर्मचारी कोरोना से जान गंवाने वालों के संपर्क में ना आएं। अधिकारियों को लकड़ियों से दाह संस्कार करने के लिए अलग से ब्लॉक बनाने की संभावनाएं तलाशने के भी निर्देश दिए गए हैं। साथ ही श्मशान घाटों पर कार्यरत कर्मचारियों को पीपीई किट उपलब्ध कराने के भी निर्देश दिए गए हैं। इन घाटों पर ही है अंतिम संस्कार की अनुमति
दिल्ली में निगम बोध श्मशान घाट के साथ ही पीके रोड शमशान घाट, पंजाबी बाग और पूर्वी दिल्ली के कड़कड़डूमा रोड स्थित श्मशान घाट में ही कोरोना के संदिग्ध या कोरोना संक्रमित मृत व्यक्ति के अंतिम संस्कार की अनुमति है। दिल्ली सरकार के अनुसार बुधवार तक दिल्ली में कोरोना से 303 मौत हो चुकी हैं। बॉक्स
एक ही जगह इकट्ठी की जा रही है राख :
निगम के मुताबिक जब तक राख से संक्रमण की पुष्टि नहीं हो रही हैं तब तक राख को कहींऔर नहीं डाला जा रहा है। फिलहाल, उसे एक स्थान पर इकट्ठा करके रखा जा रहा है। क्योंकि, अगर राख से संक्रमण हो तो कोई अन्य व्यक्ति इससे संक्रमित न हो।