सीमा पर क्षति कम करने का प्रयास करेंगे भारत-बांग्लादेश
जागरण संवाददाता, पश्चिमी दिल्ली : भारतीय सीमा रक्षक बल 'सीमा सुरक्षा बल' और बाग्लादेशी सीमाओं
जागरण संवाददाता, पश्चिमी दिल्ली :
भारतीय सीमा रक्षक बल 'सीमा सुरक्षा बल' और बाग्लादेशी सीमाओं के रक्षक बल 'बॉर्डर गार्ड बाग्लादेश' के बीच चली '47वीं बॉर्डर को-ऑर्डिनेशन कान्फ्रेंस के दौरान 14 सदस्यीय बाग्लादेशी प्रतिनिधिमंडल का नेतृत्व बीजीबी महानिदेशक मोहम्मद शफीनुल इस्लाम ने किया, वहीं 15 सदस्यीय भारतीय प्रतिनिधिमंडल का नेतृत्व बीएसएफ महानिदेशक केके शर्मा ने किया। इस दौरान सीमाओं पर होने वाली जान की क्षति को कम करने की दिशा में सीमा सुरक्षा बल के प्रयासों की सराहना करते हुए शफीनुल ने इसे शून्य स्तर पर करने की अपेक्षा की। केके शर्मा ने कहा कि सीमा सुरक्षा बल के सदस्य इस मामले में अत्यधिक संयम का परिचय दे रहे हैं, किंतु सीमाओं पर होने वाली मौतों के आकड़ों को शून्य स्तर पर तभी लाया जा सकता है जब अपराधी सीमाओं को अवैध रूप से पार करना पूरी तरह बंद करें। इस संबंध में संयुक्त प्रयासों की आवश्यकता को दोहराते हुए निवारक उपायों को अमल में लाने पर सहमति बनी। यह भी तय हुआ कि जानबूझकर सीमा और उसकी गरिमा का उल्लंघन करने वालों से निर्धारित प्रावधानों के अनुसार निपटा जाएगा और अनजाने तौर पर सीमा पार करने वालों को जाच के बाद संबंधित देशों के सुरक्षा बलों को सौंप दिया जाएगा। दोनों पक्षों ने बॉर्डर क्रॉसिंग और मानव-तस्करी की रोकथाम के लिए समेकित प्रयासों पर जोर देते हुए यह तय किया कि अपने-अपने देश के कानून के अनुसार मानव-तस्करी पीड़ितों को हर संभव सहायता उपलब्ध कराई जाए और उनके राहत और पुनर्वास की कोशिशें की जाएं। सीमावर्ती क्षेत्रों में अधूरे पड़े विकास कायरें को जल्द पूरा करने पर भी सहमति हुई। विगत दिनों दोनों देशों की सीमाओं पर विकसित किए गए 'क्राइम फ्री जोन' के परिणामों पर संतोष जताते हुए दोनों महानिदेशकों ने इसके क्षेत्र का और भी विस्तार करने पर सहमति जताई।