सेवानिवृत्त नर्सो की अनुबंध पर नियुक्ति के खिलाफ नर्सिग संगठन
राज्य ब्यूरो, नई दिल्ली : अस्पतालों में नर्सिग कर्मचारियों की कमी दूर करने के लिए दिल्ली सरकार के स्
राज्य ब्यूरो, नई दिल्ली : अस्पतालों में नर्सिग कर्मचारियों की कमी दूर करने के लिए दिल्ली सरकार के स्वास्थ्य विभाग द्वारा सेवानिवृत्त नर्सो की नियुक्ति का प्रस्ताव नर्सिग संगठन को रास नहीं आ रहा है। इसलिए दिल्ली नर्सिग फेडरेशन ने अस्पतालों में सेवानिवृत्त नर्सो की नियुक्ति के फैसले का विरोध किया है। फेडरेशन के पदाधिकारियों ने दिल्ली के स्वास्थ्य मंत्री सत्येंद्र जैन से मुलाकात कर फैसला वापस लेने की मांग की है।
फेडरेशन के महासचिव डॉ. लीलाधर रामचंदानी ने कहा कि अस्पतालों में नर्सिग स्टाफ के करीब 900 पद खाली पड़े हैं। स्वास्थ्य विभाग ने खाली पदों पर स्थायी नियुक्ति करने के बजाए सेवानिवृत्त कर्मचारियों को अनुबंध पर नियुक्त करने की प्रक्रिया शुरू की है और नर्सिग कर्मचारियों के विभिन्न पदों के लिए आवेदन मांगे हैं। स्वास्थ्य विभाग के विभिन्न अस्पतालों में पहले से वरिष्ठ नर्सिग कर्मचारी कार्यरत हैं, जिन्हें नर्सिग कैडर के उच्च पदों पर पदोन्नति दी जानी चाहिए। अस्पतालों में नर्सिग कैडर के शुरुआती पदों (नर्सिग स्टाफ) पर नियुक्ति की जरूरत है। नर्सिग कर्मचारियों की सेवानिवृत्ति की उम्र 60 साल है। यदि नर्सिग स्टाफ के पद पर 60 वर्ष के व्यक्ति की नियुक्ति होगी तो अस्पतालों में मरीजों की देखभाल भी प्रभावित होगी। इसलिए शुरुआती पदों पर भी सेवानिवृत्त कर्मचारियों की जगह नए लोगों को नियुक्त किया जाना चाहिए। उन्होंने कहा कि स्वास्थ्य मंत्री ने मांगों पर विचार करने का आश्वासन दिया है। इसके अलावा फेडरेशन ने अस्पताल में भर्ती मरीजों को छुट्टी के वक्त दवा देने के लिए अलग से काउंटर शुरू करने की मांग की है। फेडरेशन का कहना है कि सरकार ने करीब दो सप्ताह पहले आदेश जारी किया है कि अस्पताल से छुट्टी के वक्त मरीजों को जरूरी दवाएं देकर ही नर्सिग कर्मचारी घर भेजें। ऐसे मरीजों को वार्ड में दवा देने की जगह काउंटर पर दवा देने की सुविधा होनी चाहिए।