दिल्लीः पर्यटन स्थलों के आसपास हर शाम को होंगे सांस्कृतिक कार्यक्रम
पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए दिल्ली में आयोजित होने वाले कार्यक्रमों की अनुमति लेने के लिए पहले जहां कई दफ्तरों के चक्कर काटने पड़ते थे, लेकिन अब सरकार ने सिंगल विंडो क्लीयरेंस सिस्टम शुरू किया है।
नई दिल्ली। देश की राजधानी होने के बावजूद दिल्ली को पर्यटन के लिहाज से जिस प्रकार समृद्ध होना चाहिए, अभी तक नहीं हुआ है। इसलिए पर्यटन विभाग को निर्देश दिया गया है कि वह उन सभी संभावनाओं को तलाशें जिससे पर्यटन स्थलों पर चहलकदमी बढ़े।
सप्ताहांत में जिन-जिन पर्यटन स्थल व पार्को में संभव हो वहां लोगों के मनोरंजन के लिए सांस्कृतिक कार्यक्रम आयोजित करने की योजना है।
दिल्ली के पर्यटन मंत्री कपिल मिश्र भी मानते हैं कि अभी तक देश दुनिया से भारत भ्रमण के लिए आने वाले लोग दिल्ली सबसे पहले आते हैं, लेकिन इसे एक प्लेटफार्म की तरह इस्तेमाल कर यहां से घूमने फिरने के लिए दूसरे शहरों में जाते हैं और फिर कुछ समय बाद यहां से अपने शहर के लिए रवाना हो जाते हैं।
शहर के कई टूरिस्ट ऑपरेटरों ने बताया कि दिल्ली में ट्रैफिक की समस्या के चलते पर्यटकों को एक दिन में एक जगह से दूसरे जगह जाने में परेशानी होती है। दिल्ली व आसपास के शहरों से लोग आते हैं तो अधिकतम तीन से चार दिन का कार्यक्रम बनाते हैं।
दिल्ली सरकार कोशिश है कि पर्यटकों को कैसे यहां आकर्षित किया जाए। इस वर्ष के आखिर में जब यमुना पर सिग्नेचर ब्रिज बनकर तैयार हो जाएगा तब पेरिस में एफिल टावर जिस तरह लोग देखने जाते हैं सिग्नेचर ब्रिज भी पर्यटकों के लिए आकर्षण का केंद्र होगा।
पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए दिल्ली में आयोजित होने वाले कार्यक्रमों की अनुमति लेने के लिए पहले जहां कई दफ्तरों के चक्कर काटने पड़ते थे, लेकिन अब सरकार ने सिंगल विंडो क्लीयरेंस सिस्टम शुरू किया है।
इसी कारण जुबिन मेहता, एआर रहमान जैसे विश्व प्रसिद्ध कलाकारों का दिल्ली में पहली बार शो हो सका। पर्यटन विभाग आने वाले दिनों में कुछ इसी तरह के कार्यक्रम आयोजित कर पर्यटकों को दिल्ली में ठहरने के लिए मजबूर करेगा।