खत्म हुई डॉक्टरों की हड़ताल, मरीजों को मिली बड़ी राहत
सोमवार से जारी दिल्ली के 25 सरकारी अस्पतालों के 15 हजार डॉक्टरों की हड़ताल खत्म होने से स्वास्थ्य सेवाएं सामान्य हो गई हैं, लेकिन हालात सामान्य होने में समय लगेगा।
नई दिल्ली। सोमवार से जारी दिल्ली के 25 सरकारी अस्पतालों के 15 हजार डॉक्टरों की हड़ताल खत्म होने से स्वास्थ्य सेवाएं बहाल हो गई हैं। बुधवार की सुबह दिल्ली के सरकरी अस्पतालों में मरीजों का तांता देखने को मिला। रेजिडेंट डॉक्टरों की दो दिवसीय हड़ताल से दिल्ली की चिकित्सा व्यवस्था पूरी तरह चरमरा गई थी।
मंगलवर देर रात ही राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में सरकारी अस्पतालों के रेजिडेंट डॉक्टरों की दो दिवसीय हड़ताल खत्म हो गई थी। रात में ही स्वास्थ्य मंत्री सत्येंद्र जैन ने ट्वीट के जरिये यह जानकारी दी।
दो दिवसीय हड़ताल के चलते बड़े संख्या में मरीजों के ऑपरेशन लंबित हैं, ऐसे में हालात सामान्य होने में समय लगेगा। वहीं, डॉक्टरों की एसोसिएशन का कहना है कि सभी अस्पतालों में ओपीडी तय समय पर शुरू हो जाएगी।
इससे पहले दिन में हड़ताल वापस नहीं लेने पर दिल्ली सरकार ने मंगलवार दोपह डॉक्टरों के खिलाफ एस्मा लगा दिया था। इससे पहले दिल्ली सरकार ने सोमवार सुबह ही एलान कर दिया था कि अगर रेजिडेंट डॉक्टर मंगलवार सुबह 11 बजे तक काम पर नहीं लौटे तो उनके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी। बावजूद इसके कार्रवाई को दरकिनार करते हुए हड़ताल जारी रखी।
सोमवार से ही दिल्ली के 25 सरकारी अस्पतालों के 15 हजार डॉक्टर हड़ताल पर हैं। इसमें नगर निगम, राज्य सरकार और केंद्र सरकार के अस्पतालों के डॉक्टर भी शामिल हैं। सोमवार को डॉक्टरों के हड़ताल पर जाने के चंद घंटों बाद ही दिल्ली सरकार ने उन्हें मनाने की कोशिशें तेज कर दी थी। स्वास्थ्य मंत्री सत्येंद्र जैन ने डॉक्टरों की सभी 24 मांगें मान लेने की बात कही थी लेकिन डॉक्टर हड़ताल पर डटे रहे।
क्या थी डॉक्टरों की मागें
डॉक्टरों का कहना है कि दिल्ली के अस्पतालों में सुविधाओं की भारी कमी है। इससे मरीजों की समय पर जांच नहीं हो पा रही है। मरीजों को दवा नहीं मिल रही है, इमरजेंसी में इलाज की पूरी सुविधा नहीं मिल रही है। ऐसे में मरीजों का गुस्सा उन पर निकलता है। डॉक्टरों का कहना है कि सुविधाएं बेहतर की जाएं। डॉक्टर काम के घंटे निर्धारित करने और समय पर वेतन का भुगतान करने की भी मांग कर रहे हैं।