झुग्गी-झोपड़ी में शिक्षा की अलख जगा रहा है ये शिक्षक, 'मे आई हेल्प यू' बना एक मिशन
शंभू ने कहा कि गरीबी को जड़ से खत्म करने के लिए हर व्यक्ति को शिक्षित करना जरूरी है।सरकारें गरीब लोगों के लिए कई योजनाएं चलाती हैं, लेकिन जागरूकता के अभाव लोग लाभ नहीं उठा पाते हैं।
दिल्ली, [शुजाउद्दीन]। दौड़-भाग वाली जिंदगी में जहां लोगों के पास परिवार के लिए समय नहीं मिल पाता है। वहीं कुछ लोग ऐसे भी हैं, जो गरीब बच्चों को शिक्षित करने के लिए समय निकाल रहे हैं। खजूरी में रहने वाले शिक्षक शंभू झा झुग्गी झोपड़ियों में रहने वाले बच्चों को पढ़ाकर उन्हें सशक्त बना रहे हैं। शंभू ने बताया कि उन्होंने दिल्ली विश्वविद्यालय के हिंदू कॉलेज से पढ़ाई की है। वह स्कूल के समय से ही बच्चों को पढ़ा रहे हैं।
कम शिक्षित एवं गरीबी देख कर किया पढ़ाने का निर्णय
शंभू झा ने कहा जिस इलाके में वह रहते हैं, वहां के लोग कम शिक्षित हैं और गरीबी ज्यादा है। उन्होंने कहा कि वह आठ साल से श्रीराम कॉलोनी में गरीब बच्चों को नि:शुल्क पढ़ा रहे हैं। उनका पढ़ाया विद्यार्थी अनूप पांडेय बनारस हिंदू विश्वविद्यालय (बीएचयू) से हिंदी में एमफिल कर रहा है।
गरीबी दूर करने के लिए शिक्षा जरूरी
अनूप के परिवार की आर्थिक स्थिति ठीक नहीं रही है। शंभू ने कहा कि गरीबी को जड़ से खत्म करने के लिए हर व्यक्ति को शिक्षित करना जरूरी है। सरकारें गरीब लोगों के लिए कई योजनाएं चलाती हैं, लेकिन जागरूकता के अभाव में बड़ी संख्या में गरीब लोग इन योजनाओं का लाभ नहीं उठा पाते हैं।
लोगों को देते हैं सरकारी योजनाओं की जानकारी
ऐसी योजनाओं की जानकारी शंभू आम लोगों को उपलब्ध कराते हैं। लोगों को बताते हैं कि वह किस तरह से इन योजनाओं का लाभ ले सकते हैं। संस्था के माध्यम से करते हैं मदद उन्होंने बताया कि वह पिछले कई वर्षो से मयूर विहार फेज-1 स्थित एल्कॉन इंटरनेशनल पब्लिक स्कूल में शिक्षक हैं।
देश के कई शिक्षक उनकी संस्था से जुड़े हैं
11 वर्ष पहले उन्होंने 'में आइ हेल्प यू' नाम से एक सामाजिक संस्था बनाई। इसमें देशभर के शिक्षक जुड़े हुए हैं। स्कूल से छुट्टी होने के बाद वह रोज बच्चों को निशुल्क पढ़ाते हैं। साथ ही सर्दी में गरीबों को गर्म कपड़े वितरित करने के साथ ही यमुना को स्वच्छ बनाने के लिए कार्य करते हैं।