राजस्थान से आकर दिल्ली में बनी अपराध की दुनिया की गॉडमदर
-दिल्ली की टॉप फाइव महिला अपराधियों में है शामिल -हत्या के एक मामले में पुलिस से छुपकर रह रही थी
-दिल्ली की टॉप फाइव महिला अपराधियों में है शामिल
-हत्या के एक मामले में पुलिस से छुपकर रह रही थी आठ माह से
जागरण संवाददाता, दक्षिणी दिल्ली :
संगम विहार में आतंक का पर्याय बनने वाले लेडी डॉन बशीरन उर्फ मम्मी ने राजस्थान से दिल्ली आकर अपराध की दुनिया में कदम रखा था। शराब बेचने से अपराध की दुनिया में जाने की शुरूआत करने वाले बशीरन ने अपने आठ बेटों को अपराध की दुनिया में लाकर खुद को अपराध की दुनिया का गॉडमदर बना लिया था। इतना ही नहीं बशीरन दिल्ली की टॉप फाइव महिला अपराधियों में भी शामिल हैं।
आगरा के बसई अरेला गांव में पैदा हुई बशीरन की शादी राजस्थान के धौलपुर जिले के अंबरपुर के रहने वाले मलखान के साथ हुई थी। करीब 45 वर्ष पहले बशीरन अपने पति के साथ दिल्ली आ गई थी। 80 के दशक में बशीरन ने पैसा कमाने के लिए अवैध तरीके से शराब बेचने का धंधा शुरू किया। उसने गो¨वदपुरी की नवजीवन कैंप झुग्गी में सबसे पहला ठिकाना बनाया था। इसके बाद वह परिवार के साथ संगम विहार में रहने लगी। यहां शराब का अवैध कारोबार करने के बाद बशीरन ने पीछे मुड़कर नहीं देखा। बशीरन का आतंक उस समय और बढ़ गया, जब उसने एक-एक करके अपने आठ बेटों को अपराध की दुनिया में अपने साथ उतार लिया। बशीरन के बेटे शमीम उर्फ गूंगा पर भी मकोका के तहत मामला दर्ज है। वहीं बशीरन और उसके पूरे परिवार पर संगठित रूप से अपराध करने का मामला भी दर्ज है। उसके आतंक का हाल यह था कि सरकारी पानी के बो¨रग पर कब्जा कर लिया और संगम विहार में पानी की पाइन लाइन बिछाकर पानी बेचते हुए पानी माफिया बन गई। बशीरन के खिलाफ 2002 में अवैध रूप से शराब बेचने का पहला मामला दर्ज हुआ था। सुपारी लेकर हत्या कराने और हत्या करने का भी मामला बशीरन पर दर्ज हुआ। हत्या का मामला दर्ज होने के बाद वह पिछले आठ माह से पुलिस से बचती घूम रही थी। गिरफ्तारी से बचने के लिए पिछले आठ माह में वह अहमदाबाद, इलाहाबाद, मैनपुरी और फिरोजाबाद में रह रही थी।