शोरूम संचालक से रंगदारी मांगने वाले पांच बदमाश गिरफ्तार
शाहदरा इलाके में कपड़ा शोरूम के संचालक से पांच लाख रुपये की रंगदारी मांगने के मामले में पुलिस ने एक गिरोह के पांच बदमाशों को गिरफ्तार किया है। बदमाशों की पहचान अनस फरमान गुलफाम शोएब व नितिन जैन के रूप में हुई है।
जागरण संवाददाता, पूर्वी दिल्ली :
शाहदरा इलाके में कपड़ा शोरूम के संचालक से पांच लाख रुपये की रंगदारी मांगने के मामले में पुलिस ने एक गिरोह के पांच बदमाशों को गिरफ्तार किया है। बदमाशों की पहचान अनस, फरमान, गुलफाम, शोएब व नितिन जैन के रूप में हुई है। मुख्य आरोपित मुनव्वर अभी पुलिस गिरफ्त से बाहर है। पुलिस ने बदमाशों के पास से दो पिस्टल, चार कारतूस, चोरी के तीन वाहन व एक मोबाइल बरामद किया है। नितिन शाहदरा थाना क्षेत्र का घोषित बदमाश है। इसके इशारे पर ही अनस और मुनव्वर ने कारोबारी के शोरूम पर फायरिग की थी।
जिला पुलिस उपायुक्त आर सत्यसुंदरम ने बताया कि दो मार्च को बाबरपुर रोड स्थित एक शोरूम संचालक के फोन पर सलमान नामक शख्स का फोन आया, उसने बताया कि वह जेल से बात कर रहा है। उसने पांच लाख की रंगदारी मांगी। न देने पर जान से मारने की धमकी दी, फोन कटने के कुछ देर बाद बाइक पर दो बदमाश आए और शोरूम के बाहर फायरिग करके फरार हो गए। पीड़ित ने मामले की सूचना पुलिस को दी। शाहदरा एसीपी राजेश कुमार के नेतृत्व में थानाध्यक्ष शिवराज बिष्ट, इंस्पेक्टर प्रह्लाद व अन्य की टीम बनाई। टीम ने शोरूम के आसपास लगे सीसीटीवी कैमरों की फुटेज खंगाली। फुटेज के आधार पर पुलिस ने जाफराबाद से अनस और मौजपुर से फरमान को दबोच लिया। पूछताछ में अनस ने बताया कि उसके दोस्त शोएब ने उसे मुनव्वर नाम के बदमाश से मिलवाया था। मुनव्वर ने उसे बताया था वह और उसका दोस्त नितिन बाबरपुर के दुकानदारों से रंगदारी मांगने वाले हैं। रंगदारी मांगने के लिए उसने ने एक नशेड़ी से चोरी का फोन खरीदा है। नितिन द्वारा उपलब्ध करवाए गए कारोबारी के नंबर पर फोन कर रंगदारी मांगी। बाद में पुलिस ने इनके तीन साथियों को भी दबोच लिया।
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बदल दिया था मोटरसाइकिल का नंबर
अनस ने बताया कि मुनव्वर ने वारदात के लिए अपने एक जानकार से बाइक ली। जब कारोबारी ने रंगदारी से मना किया तो मुनव्वर ने बाइक की नंबर प्लेट बदली, ताकि पुलिस पकड़ न सके।
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पैरोल पर आने के बाद बनाया गिरोह
पुलिस को जांच में पता चला मुनव्वर कुछ वक्त पहले ही पैरोल पर बाहर आया था, इसके बाद उसने नितिन के साथ मिलकर गिरोह बनाया।