एंटरप्रिन्योरशिप करिकुलम के फ्रेमवर्क को मिली मंजूरी
दिल्ली सरकार ने एंटरप्रिन्योरशिप कैरिकुलम के फ्रेमवर्क को मंजूरी दे दी है। उप-मुख्यमंत्री और शिक्षा मंत्री मनीष सिसोदिया की अध्यक्षता में बृहस्पतिवार को द स्टेट काउंसिल ऑफ एजुकेशनल रिसर्च एंड ट्रे¨नग (एससीईआरटी) की गवर्निंग काउंसिल की बैठक में इस फ्रेमवर्क को मंजूरी दे दी गई।
राज्य ब्यूरो, नई दिल्ली :
दिल्ली सरकार ने एंटरप्रिन्योरशिप करिकुलम के फ्रेमवर्क को मंजूरी दे दी है। उपमुख्यमंत्री और शिक्षा मंत्री मनीष सिसोदिया की अध्यक्षता में बृहस्पतिवार को द स्टेट काउंसिल ऑफ एजुकेशनल रिसर्च एंड ट्रे¨नग (एससीईआरटी) की गवर्निग काउंसिल की बैठक में इस फ्रेमवर्क को मंजूरी दे दी गई।
यह फ्रेमवर्क 13 फरवरी को एक कार्यक्रम में जारी किया जाएगा। इस कार्यक्रम की अध्यक्षता मुख्यमंत्री अर¨वद केजरीवाल करेंगे, जिसमें जाने-माने कारोबारी एमडीएच मसाले के प्रमुख धर्मपाल मुख्य अतिथि होंगे। फ्रेमवर्क को 16 सदस्यीय समिति ने तैयार किया है। समिति में एससीईआरटी के शिक्षक, एंटरप्रिन्योरशिप पर काम करने वाले एनसीईआरटी के शिक्षक, जाने-माने निजी स्कूलों के शिक्षक और इस क्षेत्र में काम करने वाले विशेषज्ञ शामिल हैं।
इस करिकुलम को अप्रैल से लागू किया जाएगा। शुरुआत में इसे पायलट प्रोजेक्ट के तौर पर 15-20 स्कूलों में शुरू किया जाएगा। इसके बाद जुलाई से इसे दिल्ली के सभी सरकारी स्कूलों में लागू कर दिया जाएगा। यह करिकुलम एक्टिविटीज पर आधारित होगा। इसकी किताबें नहीं होंगी। परीक्षा और मूल्यांकन भी नहीं होगा। यह पाठ्यक्रम और लर्निग सेशंस पर आधारित होगा।
दिल्ली के सरकारी स्कूलों में हैप्पीनेस करिकुलम की सफलता के बाद यह करिकुलम लागू किया जा रहा है। हैप्पीनेस करिकुलम की भारत में ही नहीं बल्कि पूरी दुनिया में तारीफ हो रही है। यह दिल्ली के सरकारी स्कूलों में नर्सरी से 8वीं तक के बच्चों के लिए है। वहीं, एंटरप्रिन्योरशिप करिकुलम को 9वीं से 12वीं तक के बच्चों के लिए लागू किया जा रहा है। इसे लागू करने के पीछे सिसोदिया का मानना है कि इससे बच्चे नौकरी चाहने वालों की जगह नौकरी देने वाले बन सकेंगे।