अब डीयू संसद में अयोध्या में 'राम जन्मभूमि' पर चर्चा होना तय
दिल्ली विश्वविद्यालय में आयोजित होने वाले दो दिवसीय डीयू मॉक इंडिया पार्लियामेंट (संसद) के एक सत्र में राम जन्मभूमि पर चर्चा होना तय हो गया है। इस बार संसद में राम मंदिर बिल के अलावा तीन अन्य बिल रखे जाएंगे, जिन पर चर्चा होगी।
नई दिल्ली (अभिनव उपाध्याय)। दिल्ली विश्वविद्यालय (डीयू) में नौ जनवरी को राम जन्मभूमि विषय पर आयोजित होने वाली संगोष्ठी को लेकर अभी विवाद थमा नहीं था कि दिल्ली विश्वविद्यालय छात्रसंघ (डूसू) ने 16 जनवरी से आयोजित होने वाले दो दिवसीय डीयू मॉक इंडिया पार्लियामेंट (संसद) के एक सत्र में राम जन्मभूमि पर चर्चा करने का ऐलान कर दिया है।
एबीवीपी के प्रदेश मंत्री साकेत बहुगुणा ने बताया कि पिछले दो सालों इस संसद का आयोजन हो रहा है। इस बार विषय बहुत ही प्रासंगिक रखे गए हैं। दिल्ली विश्वविद्यालय छात्रसंघ इसे आयोजित करता है। उन्होंने बताया कि इस बार संसद में राम मंदिर बिल के अलावा तीन अन्य बिल रखे जाएंगे, जिन पर चर्चा होगी।
इसमें जीएसटी बिल, आइएस का भारत में बढ़ रहे प्रभाव पर क्राइसिस कमेटी, आरक्षण बिल पर ऑल इंडिया पॉलिटिकल पार्टी बैठक आदि विषय शामिल हैं। छात्रसंघ के अध्यक्ष सत्येंद्र अवाना का कहना है कि राममंदिर बनाने को लेकर हमारी प्रतिबद्धता पर कोई दो राय नहीं है, फिर भी हम देश के विभिन्न हिस्सों से आने वाले लोगों से इस बारे में बात करना चाहते हैं।
डीयू में आयोजित होने वाली संसद में पूरे देश से लोग आएंगे। इससे पता चलेगा कि आखिर देश का युवा इसको लेकर क्या सोचता है। यदि अयोध्या में राम मंदिर बनना चाहिए तो क्यों? और नहीं बनना चाहिए तो क्यों? इन सभी विषयों पर संसद बैठेगी और इसमें लगभग 150 लोग हिस्सा लेंगे, जो पक्ष-विपक्ष में अपनी राय रखेंगे।
दो दिवसीय यह कार्यक्रम डीयू के सर शंकर लाल सभागार में होगा। आयोजन को एबीवीपी का पूरा सहयोग होगा। गौरतलब है कि विगत वर्ष दिल्ली विश्वविद्यालय छात्रसंघ की चारों सीटें एबीवीपी ने ही जीती थीं।
लंबे समय तक विश्व हिंदू परिषद के अध्यक्ष रहे अशोक सिंघल (स्वर्गीय) द्वारा स्थापित अरुंधती वशिष्ठ अनुसंधान पीठ के तत्वावधान में डीयू में 9 और 10 दिसंबर को आयोजित होने वाली संगोष्ठी का भी डूसू अध्यक्ष ने समर्थन किया।
उन्होंने कहा कि दिल्ली विश्वविद्यालय राष्ट्रीय स्तर का संस्थान है, इसलिए यहां राम जन्मूमि जैसे विषयों पर चर्चा होनी चाहिए।
कल करेंगे प्रेसवार्ता
ऑल इंडिया स्टूडेंट एसोसिएशन के नीरज ने बताया कि कई छात्र संगठन आठ जनवरी को डीयू के आर्ट फैकल्टी के बाहर इस विषय पर एक प्रेसवार्ता करेंगे।
फिर भी यदि डीयू प्रशासन ने आयोजन स्थल पर कार्यक्रम करने की अनुमति दी तो हम स्थल के बाहर विरोध प्रदर्शन करेंगे।डीयू के आर्ट फैकल्टी में बुधवार देर रात विवेकानंद की मूर्ति पर भकवा रंग पोतते असामाजिक तत्व।
विवेकानंद की मूर्ति रंग से पोतने का प्रयास
दिल्ली विश्वविद्यालय में देर शाम आर्ट फैकल्टी में स्थित स्वामी विवेकानंद की मूर्ति को तीन लोगों ने गेरुआ रंग से रंगने का प्रयास किया। डीयू प्रशासन के सुरक्षाकर्मियों ने इसका विरोध किया तो दोनों पक्षों में बहस हो गई। मामले की गंभीरता को देखते हुए सुरक्षाकर्मियों ने उन्हें दबोच लिया और पुलिस को फोन किया।
इसके बाद मौके पर पहुंची पुलिस ने रंग पोतने वाले तीन लोगों को हिरासत में ले लिया गया। डीयू प्रशासन के एक पदाधिकारी ने बताया कि देर शाम सुरक्षा दस्ते की पेट्रोलिंग चल रही थी तभी तीन व्यक्ति विवेकानंद की मूर्ति पर सीढ़ी लगाकर चढ़े हुए देखे गए। वह गेरुआ रंग के पेंट से मूर्ति को रंग रहे थे।
सुरक्षाकर्मियों ने उनको पकड़ लिया। बाद में पुलिस को भी सूचना दी गई। इनके खिलाफ सरकारी संपत्ति को क्षति पहुंचाने के मामले में मामला दर्ज करा दिया गया है। इस प्रकरण को 9 जनवरी से राम जन्मभूमि पर होने वाली संगोष्ठी से जोड़कर देखा जा रहा है।